आज सनातन धर्म के प्रति लोग जागरूक हुए हैं

आज सनातन धर्म के प्रति लोग जागरूक हुए हैं

देवास/ ग्राम अचलूखेडी में शिव महापुराण कथा के दूसरे दिन भी कथावाचक पंडित जितेंद्र पाठक के मुखारविंद से कथा सुनने हजारों की संख्या में भीड़ उमड़ पड़ी। भोलेनाथ की भक्ति से परिपूर्ण श्रद्धालुओं का उत्साह कम नही हुआ। कथा का रसपान करने आये श्रद्धालुओं से पूर्णत: भरा हुआ था। पंडाल के अंदर जगह भर जाने के बाद बाहर भी श्रद्धालु बैठकर कथा सुनने लगे। कथावाचक पाठक ने इस दौरान भजन सुनाकर श्रोताओं को मंत्र मुग्ध कर दिया पंडित जितेंद्र पाठक ने कथा में अपना जीवन सनातन संस्कृति के प्रसार में लगाने की बात कही। उन्होंने कहा की पहले कई मंदिर खाली पड़े रहते थे, वहां कोई नहीं जाता था कोई पूजा नहीं करता था, लेकिन अब श्रद्धालुगण नियमित रूप से मंदिर जाते हैं और भगवान शिव को जल एवं बेल पत्र अर्पित करते हैं। उन्होंने कहा पहले माँ अपने बच्चों को स्कूल लेने जाती थी तो गार्डन घुमा कर लाती थी पर अब अपने बेटों को मंदिर ले जाती हैं। उन्होंने कहा कि आज सनातन धर्म के प्रति लोग जागरूक हुए हैं अब लोगों में धर्म के प्रति आस्था जगी है। उन्होंने कहा कि महादेव की भक्ति करें सिर्फ वही है जो आपका भविष्य तय करते हैं। शंकर भगवान का भजन करें वही दुनिया का भाग्य लिखने वाले है। पुराणों में बताये गये हैं पांच महापाप कथा में पंडित जितेंद्र पाठक ने बताया की पुराणों के अनुसार 5 महापाप हैं, जिसमें बाल हत्या, पर स्त्री का संग, स्वर्ण की चोरी, घर में आग लगाना और किस से विश्वासघात करना। उन्होंने कहा कि इन पांचो पाप किये हुए व्यक्ति के यहाँ जल पीना पर भी महापाप लगता हैं। लेकिन निर्मल हृदय एवं श्रद्धा भाव से शिवलिंग के दर्शन से महापाप से मुक्ति मिलती हैं।
माता-पिता और गुरु हैं जीवन की असली पूंजी
पंडित जितेंद्र पाठक ने अपने प्रवचन में बताया की माता-पिता और गुरु जीवन की असली पूंजी हैं। चाहे कैसी भी विषम परिस्थिति हो माता – पिता और गुरु का चरण कभी नही छोड़ना चाहिए। माता-पिता और गुरु जीवन संवार देते हैं |

Post Author: Vijendra Upadhyay