हाईवे पर हुई लाखों की लूट की वारदात का 24 घंटे में पुलिस ने किया खुलासा
मोटर सायकल से जा रहे राहगीर को चलते वाहन से चाबी निकाल कर रोका
ड्रग्स ले जाने के नाम पर झूठ बोलकर की बेग की चैकिंग उड़ाये रूपये
आरोपियों से लूटी गई राशी 1 लाख 75 हजार रूपये किये बरामद
देवास। उज्जैन से लौट रहे एक राहगीर से लूट की बड़ी वारदात को देवास पुलिस ने महज 24 घंटे के भीतर सुलझा लिया। मामला उस समय सामने आया जब फरियादी ओमबाबू गर्ग, निवासी वृंदावन कॉलोनी उज्जैन, ने थाना औद्योगिक क्षेत्र में रिपोर्ट दर्ज कराई कि 13 अप्रैल की रात करीब 3 बजे क्षिप्रा-देवास बायपास पर वीर ब्रदर्स ढाबे के पास कुछ अज्ञात युवकों ने उनकी मोटर साइकिल की चाबी चलते वाहन से निकाल ली और खुद को पुलिसकर्मी बताते हुए बैग की तलाशी के बहाने 1 लाख 75 हजार रुपये लूट लिए।
फरियादी ने बताया कि वह अपने सेठ के पुत्र की सगाई में इंदौर गए थे और लौटते समय साथी कर्मचारी राशिद खान के साथ मोटर साइकिल से उज्जैन वापस आ रहे थे। उनके पास 1,75,000 रुपये नकद व 48,000 रुपये दुकान के रखे हुए थे। लुटेरों ने उन्हें झूठ बोलकर रोका और कहा कि वे एम.डी. जैसे नशीले पदार्थ बेचते हैं, इसी बहाने बैग की जांच करने लगे और रकम लेकर फरार हो गए।
त्रिनेत्रम अभियान और सीसीटीवी कैमरों से मिली अहम मदद
पुलिस अधीक्षक देवास श्री पुनीत गेहलोत के निर्देशन में मामले की गंभीरता को देखते हुए एक विशेष टीम का गठन किया गया। “त्रिनेत्रम अभियान” के तहत शहर और हाइवे पर लगाए गए सीसीटीवी कैमरों की मदद से पुलिस ने क्षिप्रा ब्रिज पर स्थित एक दुकान से फुटेज प्राप्त किए, जिसमें तीन संदिग्ध युवक साफ तौर पर नजर आ रहे थे। इन फुटेज को जिले के विभिन्न ग्रामों और वार्डों के व्हाट्सएप ग्रुपों में साझा किया गया, जिससे स्थानीय लोगों की मदद से आरोपियों की पहचान हो सकी।
आरोपियों की गिरफ्तारी और बरामदगी
पुलिस टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए देवास शहर से तीनों आरोपियों को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार किए गए आरोपियों में विशाल पिता बाबूलाल उर्फ दिनेश चौहान, रूपेश उर्फ कालू पिता कमल बोडाना और अरुण चौहान उर्फ युगल किशोर शामिल हैं। तीनों आरोपी बागरी मोहल्ला, देवास के निवासी हैं। पुलिस ने आरोपियों के पास से लूटी गई पूरी राशि 1 लाख 75 हजार रुपये नगद बरामद कर ली है। इसके साथ ही वारदात में प्रयुक्त बिना नंबर की सीडी डीलक्स मोटर साइकिल भी जब्त कर ली गई है।फिलहाल आरोपियों से शेष धनराशि की बरामदगी और अन्य संभावित अपराधों की जानकारी के लिए पीआर (पुलिस रिमांड) की प्रक्रिया जारी है।
पुलिस टीम का उल्लेखनीय योगदान
इस पूरे ऑपरेशन में थाना औद्योगिक क्षेत्र के प्रभारी निरीक्षक शशिकांत चौरसिया, उप निरीक्षक विजय जाट, प्रधान आरक्षक शैलेन्द्र राणा, पूनम चंद्र, विष्णु दांगी, तेजसिंह, अजय जाट, नरेन्द्र सिरस्याम, मुकेश, तेजसिंह मंडलोई, साइबर सेल से शिवप्रताप सिंह सेंगर और सचिन चौहान की विशेष भूमिका रही, जिनके समन्वित प्रयासों से यह सफलता प्राप्त हुई।


