अच्छा कार्य करने से पुण्य जमा होता है: बी. के भगवती
राजयोग अनुभूति केंद्र में पाजिटिव थिंकिंग की क्लास
देवास। राजयोग अनुभूति केंद मोती बंगला में पाजिटिव थिंकिंग की क्लास चल रही है। बीके भगवती ने कहा कि हम मोटे तौर पर यह जांच करते है कि हमने दिन भर मे किसी को बुरा नही कहा, झूठ नही बोला, चोरी नही की, कोई पापकर्म नही किया और हम स्वयं को अच्छे इंसान का प्रमाणपत्र दे देते है। पर सूक्ष्म रूप मे यह जांच करना आवश्यक है कि हमने दिनभर मे अच्छा से अच्छा क्या किया? कितनों के लिये शुभभावना शुभकामना की सौगात दी? सदा आत्मिक दृष्टि रही? इत्यादि। अच्छा और श्रेष्ठ कर्म करने से ही पुण्य जमा होता है।
आगे कहा कि परमात्मा गृहस्थ छोड़ने के लिये नही कहते। शरीर निर्वाह के लिये कर्म तो करना ही है पर आत्म निर्वाह के लिये ईश्वरीय सेवा भी करनी है। दोनों ही सेवाओं मे समय का, शक्तियों का समान ध्यान रखना आवश्यक है। अगर परमात्मा की श्रीमत अनुसार ट्रस्टी समझते है तो सहज अनुभव होगा। अगर गृहस्थी समझेंगे तो ईश्वरीय कार्य मे बहानेबाजी करने लगेंगे। इसलिए दोनों कार्य मे संतुलन बनाकर हल्के रहना बुद्धिमानी है। में पाजिटिव थिंकिंग की क्लास चल रही है। बीके मंजू ने कहा कि हम मोटे तौर पर यह जांच करते है कि हमने दिन भर मे किसी को बुरा नही कहा, झूठ नही बोला, चोरी नही की, कोई पापकर्म नही किया और हम स्वयं को अच्छे इंसान का प्रमाणपत्र दे देते है। पर सूक्ष्म रूप मे यह जांच करना आवश्यक है कि हमने दिनभर मे अच्छा से अच्छा क्या किया? कितनों के लिये शुभभावना शुभकामना की सौगात दी? सदा आत्मिक दृष्टि रही? इत्यादि। अच्छा और श्रेष्ठ कर्म करने से ही पुण्य जमा होता है।
आगे कहा कि परमात्मा गृहस्थ छोड़ने के लिये नही कहते। शरीर निर्वाह के लिये कर्म तो करना ही है पर आत्म निर्वाह के लिये ईश्वरीय सेवा भी करनी है। दोनों ही सेवाओं मे समय का, शक्तियों का समान ध्यान रखना आवश्यक है। अगर परमात्मा की श्रीमत अनुसार ट्रस्टी समझते है तो सहज अनुभव होगा। अगर गृहस्थी समझेंगे तो ईश्वरीय कार्य मे बहानेबाजी करने लगेंगे। इसलिए दोनों कार्य मे संतुलन बनाकर हल्के रहना बुद्धिमानी है।