गुरुपूर्णिमा पर्व के साथ कृतज्ञता का प्रतीक है : श्रीमती मनोरमा सोलंकी

गुरुपूर्णिमा पर्व के साथ कृतज्ञता का प्रतीक है : श्रीमती मनोरमा सोलंकी

देवास। संस्कार भारती देवास द्वारा गुरु पूर्णिमा का पावन पर्व श्रद्धा और संस्कार की भावनाओं के साथ भव्य रूप से मनाया गया। घुंघरू नृत्य महाविद्यालय के सुप्रसिद्ध नृत्यगुरु – संस्कार भारती देवास जिला संयोजक श्री प्रफुल्ल सिंह ने ने बताया कि अपने गुरुओं के प्रति सम्मान प्रकट करने वाला यह एक संस्कार उत्सव है। कार्यक्रम की शुरुआत वैष्णवी मेहता और वर्षा गुप्ता द्वारा प्रस्तुत मधुर गुरुवंदना गान से हुई, जिसकी गूंज से वातावरण भक्तिमय हो उठा।

इसके पश्चात गुरुवंदना पर कथक नृत्य की आकर्षक प्रस्तुति निष्ठा चावड़ा, वान्या बेंद्रे, आर्व्या यादव, प्रिंस ठाकुर और दिव्यांका शर्मा द्वारा दी गई, जिसने दर्शकों का मन मोह लिया।

श्रीराम स्तुति पर अवंतिका चौहान, यशस्वी चौहान, सिद्धि हलदार और निष्ठा चावड़ा ने मनोहारी नृत्य प्रस्तुत कर कार्यक्रम को आध्यात्मिक ऊर्जा से सराबोर कर दिया।
शासकीय कन्या महाविद्यालय देवास की जनभागीदारी समिति अध्यक्ष श्रीमती मनोरमा सोलंकी ने अपने आशीर्वचन में कहा कि गुरुपूर्णिमा केवल एक पर्व नहीं, यह कृतज्ञता का प्रतीक है क्योंकि जीवन में सफलता केवल किताबों के ज्ञान से नहीं बल्कि एक सच्चे गुरु के मार्गदर्शन से ही मिलती हैं।

इस अवसर पर “गुणीजन सत्कार व सम्मान” के अंतर्गत विभिन्न क्षेत्रों में योगदान देने वाली विभूतियों का सम्मान किया गया। वरिष्ठ शास्त्रीय गायिका श्रीमती संजीवनी कांत, समाजसेविका श्रीमती मनोरमा सोलंकी, पर्यावरणविद एवं इतिहासकार डॉ. रमेशचंद्र सोनी, नारीशक्ति की सशक्त आवाज समाजसेवी एवं कला साधिका श्रीमती प्रेमलता परमार तथा प्रतिष्ठित नृत्यगुरु श्री प्रफुल्ल सिंह गहलोत को सम्मानित किया गया।

सम्मान समारोह का दायित्व अनुष्का जोशी, मुस्कान गोस्वामी, श्रुति शर्मा, अर्चिता आहूजा, रोहित सोनी और सुमित जोशी ने भली-भांति निभाया।

कार्यक्रम ने गुरु-शिष्य परंपरा की गरिमा को जीवंत किया और उपस्थित जनों को भावविभोर कर दिया। कार्यक्रम संचालन उमेश जोशी और आभार रोहित सिंह गुर्जर ने व्यक्त किया।

Post Author: Vijendra Upadhyay