देवास । पिछले कई माँह से हिंदुस्तान के लगभग डेढ़ लाख आयुष चिकित्सक एवं मध्य प्रदेश के लगभग 70 हजार आयुष चिकित्सक अपनी जनहित की मांग जिसमें मरीज के उन तक पहुंचने पर प्राइमरी चिकित्सा एवं इमरजेंसी चिकित्सा करने की पात्रता सरकार के द्वारा प्रदान की जाए को लेकर धरना प्रदर्शन एवं ज्ञापन देते आ रहे हैं । मगर सरकार कुछ कतिपय नेतृत्व के दबाव में आकर उसे पारित करने में अपनी असमर्थता जता रही है । इसी तारतम्य में मध्य प्रदेश के अधिकांश जिलों के आयुष चिकित्सकों ने साथ ही जिला आयुष विंग देवास ने भी महामहिम राज्यपाल एवं प्रदेश के मुख्यमंत्री के नाम अपने जिलों के कलेक्टरों को एक ज्ञापन सौंपा और मांग की है कि हमारी मांग को जन हित मै तुरंत मंजूर कर लेना चाहिए ।
जिला आयुष विंग के सदस्य एवं वरिष्ठ आयुर्वेदिक चिकित्सक डॉक्टर विनय सिंह तोमर ने बताया कि हमने जिला आयुष विंग के अध्यक्ष डॉ रईस कुरैशी एवं संरक्षक डॉ प्रमोद जैन के नेतृत्व में जिले के सभी आयुष चिकित्सकों के साथ जिला कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर महामहिम राज्यपाल एवं प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नाम एक ज्ञापन सोपा है। ज्ञापन में मांग की गई है कि आयुष चिकित्सकों को प्राथमिक चिकित्सा एवं इमरजेंसी में पहुंचने वाले मरीजों की चिकित्सा करने की पात्रता प्रदान की जाए, जिससे गरीब मरीजों का एवं उन तक पहुंचने वाले मरीजों का फायदा हो सके । अगर सरकार यह कदम उठाती है तो यह जनहित में ही होगा इससे किसी का नुकसान होने वाला नहीं है अगर सरकार हमारी मांगों को नहीं मानती है तो आने वाली 30 अप्रैल से भोपाल में आयुष चिकित्सक अपनी मांग को लेकर भूख हड़ताल पर बैठ जाएंगे जिसकी समस्त जवाबदारी सरकार की होगी ।
ज्ञापन देते समय जिले के सभी आयुष चिकित्सक, डॉक्टर प्रमोद जैन, डॉ हबीबुर्रहमान, डॉ जाफरी डॉक्टरद्व सुरेश शर्मा, डॉक्टर ओवैस, डॉक्टर राज खान, डॉ जावेद खान, डॉ जावेद अली, डॉ विनय सिंह तोमर, डॉ अश्विन दुबे, डॉ सचिन नागर, डॉ समीना खान, डॉ रूपेश दलाल, डॉ रुपाली दलाल, डॉक्टर राज खान, डॉ दानिश शेख, डॉ लाड सिंह चावड़ा, डॉ बासीत मंसूरी, डॉ मारूफ खान, डॉ पंकज झाला, डॉ अमिक अहमद एवं चिकित्सा कॉलेज के छात्र उपस्थित थे ।