यजमानों ने दक्षिणा में छोड़ी अपनी अपनी बुरी आदतें
देवास । अखिल विश्व गायत्री परिवार शान्तिकुंज हरिद्वार के तत्वावधान में पूरे मध्यप्रदेश में गृहे गृहे गायत्री महायज्ञ की शृंखला चल रही है जिसके अंतर्गत गायत्री परिवार देवास द्वारा 09 सितंबर को सुबह 09 से 11 के बीच सेठ मिश्रीलाल नगर के पास जय बजरंग नगर में 24 घरों में उत्साह के साथ गायत्री महायज्ञ सम्पन्न हुआ जिसमें यजमानों ने आचार्यों को दक्षिणा के रूप में अपनी बुरी आदतों को समर्पित किया ।
गायत्री शक्तिपीठ जनसंचार विभाग के विक्रमसिंह चौधरी एवं विकास चौहान ने बताया कि आयोजन की शुरुआत में सभी आचार्यो को प्रज्ञापीठ संरक्षिका दुर्गा दीदी ने मंगल तिलक लगाकर इस पुनीत कार्य के लिए रवाना किया ।
गायत्री परिवार के वरिष्ठ परिजन देवीशंकर तिवारी एवं अरुण शैव्य ने बताया कि यजमानों ने बड़े उत्साह पूर्वक इस गृह गृह यज्ञ के कार्यक्रम को सफल बनाया और अपने दैनिक जीवन की बुरी आदतों को दक्षिणा में छोड़ी जिसमें किसी ने तम्बाकू गुटखा छोड़ा, किसी ने शराब त्यागी ….किसी ने परिवार में गुस्सा करना त्यागा …..।
युवा प्रकोष्ठ के प्रमोद निहाले ने बताया कि जिस घर में उन्होंने यज्ञ करवाया, यजमान विवेक श्रीवास्तव बहुत ही प्रभावित हुए और गायत्री मंत्र की दैनिक साधना का संकल्प लिया साथ ही गुटखा पाउच छोडऩे का संकल्प लिया । सभी 24 घरों में देव स्थापना की गई एवं परम पूज्य गुरुदेव पं.श्रीराम शर्मा आचार्य जी द्वारा रचित परिवार निर्माण साहित्य सेट व सदविचार के स्टीकर भेंट किए । कई घरों में जन्मोत्सव, पुसंवन संस्कार व पितृ तर्पण के आयोजन भी सम्पन्न हुए ।
वरिष्ठ परिजन महेश आचार्य ने गृहे गृहे यज्ञ को हर माह के दूसरे रविवार को निरंतर करने का निवेदन किया । गृह गृह यज्ञ को सफल बनाने में गायत्री परिवार के आचार्यद्वय राजेन्द्र पोरवाल, कन्हैयालाल मोहरी, रमेशचंद्र मोदी, कान्ति चौहान, ओ.पी.श्रीवास्तव, दिलीप सोलंकी, हजारीलाल चौहान, सालिग्राम सकलेचा, रामनिवास कुशवाह, चंद्रिका शर्मा, बृजमोहन गौड़, केशव पटेल, लक्ष्मण पटेल, देवकरण कुमावत, धर्मेन्द्र कुशवाह, दिनेश बरडे सहित कई परिजनों का विशेष सहयोग रहा ।