देवास। स्वच्छ भारत मिशन स्वच्छता सर्वेक्षण 2019 में देवास शहर को पूरे भारत वर्ष के 4 हजार शहरों में 10 वां स्थान प्राप्त हुआ। नगर निगम देवास की इस उपलब्धि हेतु नई दिल्ली में पुरस्कार मिला। नगर निगम महापौर सुभाष शर्मा, आयुक्त नरेन्द्र कुमार सूर्यवंशी, पूर्व आयुक्त विशालसिंह चौहान सहित निगम परिषद अध्यक्ष अंसार एहमद एवं नेता प्रतिपक्ष विक्रम पटेल ने संयुक्त रूप से पुरस्कार प्राप्त किया। शहर की स्वच्छता पर महापौर सुभाष शर्मा ने कहा कि नगर निगम का स्वच्छता अमले के साथ साथ पूर्व आयुक्त श्री चौहान, दरोगाओं, वार्ड प्रभारियों द्वारा कड़ी मेहनत का परिणाम हमें पुरस्कार के रूप मेंं मिला, इसमें जनता की भागीदारी एवं मीडिया जगत की स्वच्छता के प्रति जागरूकता एवं सतर्कता ने अहम भूमिका निभाई। उन्होंने देवास को 10 वां स्थान मिलने पर निगम अधिकारियों, कर्मचारियों सहित शहर के गणमान्य नागरिकों, मीडिया बंधुओं को हार्दिक बधाई प्रेषित की।
स्वच्छता सर्वेक्षण 2019 में कुल अंक 5 हजार । सेवा स्तर प्रगति 1250, प्रत्यक्ष अवलोकन1250, नागरिक प्रतिक्रिया 1250, प्रमाणीकरण 1250, स्टार रेटिंग 1 हजार, ओडीएफ ++ 250, सेवा स्तर प्रगति के कुल अंक 1250 थे जिसमें सेे देेवास शहर को 1105 अंक प्राप्त हुए । इसमें सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा था संग्रहण एवं परिवहन जिसमें 45 वार्डो में कुल 48 मिनी टिपर को रोजाना 100 प्रतिशत डोर टू डोर कलेक्शन किया जाता है। साथ ही नागरिकों से कचरा अलग अलग भी प्राप्त किया गया, जिसमें गीला, सूखा कचरा अलग अलग होने लगा। 80 प्रतिशत तक कचरा सेग्रिगेशन के रूप में लिया जाता है जिसका उचित निष्पादन शंकरगढ की पहाडी पर किया जा रहा है। प्रत्यक्ष अवलोकन 1250 अंक , प्रत्यक्ष अवलोकन में देवास शहर को 1250 में से 1151 अंक प्राप्त हुए हैं। प्रमाणीकरण के 1250 अंक थे जिसमें से देवास को 750 अंक प्राप्त हुए। देवास ने 3 स्टार के लिए दावा प्रस्तुत किया था जिसमें सफल रहा और साथ ही ओडीएफ प्लस प्लस में भी सफल रहा। जिसके चलते नवीन शौचालय व घरेलु शौचालयों का निर्माण किया गया।
निगम द्वारा किए गए प्रयास -शहर के कई वार्डो, कई स्थानों पर कचरा पाईंट बने हुए थे, निगम की सहयोगी संस्थाओं और निगम के प्रयास द्वारा शहर के सभी कचरा पाईंट को हटवाया गया, शहर में सौंदर्यीकरण करवाया गया। स्टार रेकिंग में अधिक अंक प्राप्त करने के लिए शहर को बनाया गया बिन फ्री शहर । शहर में सेे 32 कचरा पेटियों को हटाया गया और उनके स्थान पर कचरा कलेक्शन के लिए ट्रालियों की व्यवस्था की गई। सयाजी चौपाटी को बनाया गया डिस्पोज फ्री चौपाटी
निगम के प्रयास एवं स्वच्छ भारत मिशन अंतर्गत शहर में कार्यरत संस्था डिवाईन वेस्ट मेनेजमेंट एण्ड सर्विसेस की टीम द्वारा और वहां के दुकानदारों की मदद से सयाजी चौपाटी को डिस्पोजल फ्री चौपाटी बनाया गया। नागरिकों द्वारा इसी नवाचार के लिये देवास को प्रमाणित किया गया।
निकाय द्वारा किया गया नवाचार -शहर में स्थापित पार्क एवं गार्डन से जितना भी कचरा निकलता था उस कचरे से खाद बनाया जा रहा है। स्वच्छ सर्वेक्षण 2019 में गार्डन कम्पोस्टिंग के लिए भी देवास को सम्मानित किया गया।
नागरिकों में व्यवहार परिवर्तन के प्रयास-शहर को साफ एवं स्वच्छ रखने में शहर के नागरिकों का बहुुत योगदान रहता है। उनके व्यवहार में परिवर्तन के लिये निगम की सहयोगी संस्था डिवाईन एण्ड हेण्ड इन हेण्ड द्वारा कई प्रयास एवं कार्यक्रम किये गए, जिनके चलते देवास के नागरिकों की आदत बदली। करीब 1500 घरों में होम कम्पोस्टिंग का कार्य भी किया गया। जिसमें नागरिक अपने घर के निकलने वाले गीले कचरे से खाद बनाया जा रहा है।
एमआरएफ सुविधा-शहर के दो स्थानों पर एमआरएफ सुविधा बनाई गई एक शंकरगढ की पहाडी पर और एक मीठा तालाब पर इन दोनों सेंटर पर शहर से प्राप्त सूखे कचरे का प्रसंस्करण किया जा रहा है। सफाई व्यवस्था को सुगम बनाने के लिए वार्डवार नोडल अधिकारियों की नियुक्ति की गई थी जिसके चलते सभी नोडल सुबह 6 बजे से अपने अपने वार्ड में चले जाते थे और सफाई व्यवस्था को देखते थे।
सफाई मित्रों को दिया गया समतावध्रन प्रशिक्षण – निगम के सफाई मित्रों को समय समय पर सुरक्षात्मक उपकरण प्रदान किए जाते थे। साथ ही करीब 800 से भी ज्यादा सफाई मित्रों को ट्रेनिंग भी प्रदान की गई थी। जिसमें उन्हें सफाई करने के तरीके बताए गए।