इंटरनेट बन्द होने से कार्य करने में हुई परेशानी
देवास। रामलला की विवादित भूमि के फैसले का वर्षो से लोगो को इंतजार था। जिसका फैसला 9 नवम्बर 2019 को सुबह 10.30 बजे सुनाया गया। जो कि हिन्दू ओर मुस्लिम दोनो के पक्ष का रहा।
फैसले में विवादित भूमि पर रामलला का अधिकार रहेगा। तथा वही मुस्लिम पक्ष को 5 एकड़ जमीन सरकार देगी। इस फैसले के दूसरे दिन यानी 10 नवम्बर को मुस्लिम समाज का ईद मिलादुन्नबी जुलूस, सिख समाज का नगर कीर्तन व बलाई समाज का राजाबली का जुलूस भी था। जिसे प्रशासन ने धारा 144 के अंतर्गत अनुमति नही दी।
सिख समाज और बलाई समाज ने इस बात का समर्थन किया वही मुस्लिम समाज के जूनियर काजी ने भी प्रशासन के इस फैसले का समर्थन किया। लेकिन सीनियर काजी जुलूस निकलना चाहते थे।
देर रात कलेक्टर डॉ. श्रीकांत पांडे, एस पी चन्द्रशेखर, विधायक प्रतिनिधि विक्रम पवार व सभापति अंसार अहमद ने उनसे चर्चा की बाद में शहर काजी ने शहर हित में जुलूस को निरस्त किया।
देर रात प्रशासन ने शहर की स्थिति ठीक रहे इसलिये पूरे शहर का इंटरनेट बन्द कर दिया। जिसके कारण कई लोगो को परेशानी का सामना करना पड़ा। ऑफिस के काम प्रभावित भी हुए वही ऑनलाइन बिजनेस ओर पेमंट करने में परेशानी आई।
यह तक कि अखबारों को भी अपनी खबरों को आगे पहुचने के लिये परेशानी उठाना पड़ी। देवास जिले में नेट सुविधा नही होने से लोगो ने क्षिप्रा पहुच कर अपना नेट चला कर अपना काम किया।