-माँ क्षिप्रा नदी बचाओ समिति के सदस्यो ने लिया हिस्सा
देवास। धार्मिक नगरी कहे जाने वाले शहर उज्जैन में तीन दिवसीय राष्ट्रीय जल सम्मेलन का आयोजन सम्पन्न हुआ। सम्मेलन में क्षिप्रा सहित देश की नदियों की स्थिति पर चर्चा हुई। राष्ट्रीय सेमिनार में जल जन जोड़ो अभियान के तहत विभिन्न क्षेत्रों से आए प्रतिनिधियों के बीच देवास के क्षिप्रा से एक दल माँ क्षिप्रा नदी बचाओ समिति की पूरी टीम के रूप में भाग लेने पहुंचा। समिति अध्यक्ष राजेश बराना (प्रजापति) ने विचार व्यक्त करते हुए सबका ध्यान क्षिप्रा नदी को स्वच्छ बनाने की ओर ध्यान आकर्षित कराया। श्री बराना ने उसके लिए क्षिप्रा में जो औद्योगिक क्षेत्र से गन्दा पानी का क्षिप्रा नदी में आ रहा है और दूषित पानी जो की नदी में नालों के माध्यम से छोड़ा जा रहा है, केमिकल युक्त पानी को तुरंत नदी में छोडऩे के लिए रोकने, दूषित पानी जो कि नदी में छोड़ा जा रहा है उसे रोकने, नदी घाट की स्वच्छता, त्यौहारो पर अक्सर जो लोगों द्वारा कई प्रकार की सामग्री फेंक देते है, जिससे पानी दूषित होता है, नदी के आसपास लोगो द्वारा अतिक्रमण किया जाकर नदी को छोटा किया जा रहा है सहित कई मुद्दों पर अपने विचार रखकर सुझाव दिए। सेमिनार का समापन 18 दिसम्बर को हुआ।
इस अवसर पर क्षिप्रा से कमल जोशी, मुकेश जाटव, रमेश सोलंकी, राकेश सोलंकी, श्रीमती भागवंताबाई, श्रीमती राजूबाई, श्रीमती बेबी भाई जोशी, श्रीमती पपीता बाई जोशी, श्रीमती मंजूबाई शर्मा, श्रीमती निर्मला बाई, गीता बाई, भागवंतीबाई शर्मा आदि सदस्यो का कार्यक्रम में सम्मान किया गया।