जिले के सामाजिक संगठन, स्कूल/कॉलेजों के विद्यार्थी श्रमदान में ले रहे है बढ़चढ़ कर भाग
————–
क्षिप्रा नदी शुद्धिकरण में क्षिप्रा से लगे गांव के एक हजार नागरिक रोजाना करेंगे श्रमदान
————
देवास, 03 मार्च 2022/ क्षिप्रा शुद्धिकरण अभियान का शुभारम्भ जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों ने श्रमदान कर किया। क्षिप्रा शुद्धिकरण अभियान 15 मार्च तक जन आंदोलन के रूप में सतत चलाया जाएगा। क्षिप्रा शुद्धिकरण अभियान में प्रथम दिवस अभियान का शुभारम्भ करते हुए विधायक हाटपीपल्या मनोज चौधरी, जिला पंचायत अध्यक्ष नरेन्द्र सिंह राजपूत, कलेक्टर चन्द्रमौली शुक्ला, राजीव खण्डेलवाल, राजेश यादव, ओम प्रकाश जगावत, कैलाश चन्द्रावत, श्रीमती कक्कू बाई, संजय दायमा सहित अन्य जनप्रतिनिधियों, सीईओ जिला पंचायत प्रकाश सिंह चौहान, अपर कलेक्टर महेन्द्र सिंह कवचे, नगर निगम आयुक्त विशाल सिंह चौहान, अतिरिक्त सीईओ राजेश दीक्षित, एसडीएम प्रदीप सोनी सहित अन्य अधिकारियों ने श्रमदान किया। क्षिप्रा शुद्धिकरण अभियान में जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों ने श्रमदान के साथ क्षिप्रा माता की पूजा की और पौधारोपण भी किया। क्षिप्रा शुद्धिकरण अभियान में प्रथम दिवस ग्राम क्षिप्रा(सुकल्या) के ग्रामीणों, सामाजिक संगठनों और स्कूल/कॉलेजों के विद्यार्थियों ने श्रमदान किया।
इस पावन नदी के तट पर लगता है कुंभ का मेला
विधायक हाटपीपल्या श्री मनोज चौधरी ने कहा कि क्षिप्रा को शुद्ध रखने की जिम्मेदारी हम सब की है। 15 मार्च तक जन आंदोलन के रूप में क्षिप्रा शुद्धिकरण अभियान चलाया जा रहा है। सभी जिलेवासी अभियान में बढ़चढ़ कर भाग ले। हम सभी को यह प्रयास करना चाहिये की क्षिप्रा नदी को साफ-स्वच्छ एवं निर्मल बनाएं। हमारे लिए सौभाग्य की बात है कि मोक्षदायिनी क्षिप्रा के तट पर कुंभ का मेला लगता है। यह नदी हमारे क्षेत्र से होकर गुजर रही है। इसलिए हम सभी को इसे शुद्ध बनाना चाहिए। इसके लिए हम सभी एकजूट होकर मां क्षिप्रा को पावन बनाएं। क्षिप्रा शुद्धिकरण के लिए चलाए जा रहे अभियान में सभी सहभागिता कर साफ-सफाई करेंगे।
क्षिप्रा के स्मरण मात्र से मोक्ष मिलता है
इस दौरान कलेक्टर चंद्रमौली शुक्ला ने कहा कि मेरे लिए सौभाग्य की बात है कि मुझे मोक्ष दायिनी क्षिप्रा नदी के पास सर्विस करने का मौका मिला। उन्होंने कहा कि गंगा जी में स्नान करने से मुक्ति मिलती है। नर्मदाजी के दर्शन मात्र से पाप मुक्त होते हैं, पर क्षिप्रा के स्मरण मात्र से मोक्ष मिल जाता है। इसलिए इस नदी को मोक्षदायिनी करते हैं। क्षिप्रा नदी के शुद्धिकरण अभियान में सभी सहभागी बने। उन्होंने सभी सामाजिक, धार्मिक, राजनीतिक संगठन, एनजीओ तथा स्कूल, कॉलेज के विद्यार्थीगणों से आग्रह किया वे इस अभियान में सहभागिता कर अभियान को सफल बनाएं। कार्यक्रम में श्री राजीव खंडेलवाल तथा ओपी जगावत ने भी संबोधित किया।
क्षिप्रा से लगे ग्रामों में जारी रहेगा अभियान
क्षिप्रा शुद्धिकरण अभियान में क्षिप्रा से लगी ग्राम पंचायत बराय, दखनाखेडी, छापरी, भड़ापिपल्या, कुमारिया, क्षिप्रा(सुकल्या), रूपाखेडी लौहार पिपल्या, गदईशा पिपल्या, आंट, सिरोंज, देवर और पटाडा के नागरिक श्रमदान करेंगे। अभियान में जन सहयोग से क्षिप्रा किनारे पौधारोपण कार्य भी किया जायेगा। अभियान में प्रतिदिन एक ग्राम पंचायत के लगभग एक हजार लोग श्रमदान करेंगे। अभियान में साधु/संत, जनप्रतिनिधि, समाजिक संगठन, स्कूल/कॉलेजों के विद्यार्थी, क्षिप्रा से लगी इण्डस्ट्री के कर्मचारियों और मजदूर भी श्रमदान करेंगे। ग्रामीणों द्वारा भजन और कीर्तन का आयोजन भी किया जायेगा। क्षिप्रा से लगी ग्राम पंचायतों के नागरिकों को क्षिप्रा को स्वच्छ रखने के लिए, घाट और पुल पर गंदगी नहीं करने के लिए लगातार प्रेरित किया जायेगा। क्षिप्रा का धार्मिक महत्व है, क्षिप्रा को स्वच्छ रखने का सभी नागरिक संकल्प भी लेंगे।


