देवास। नई आबादी क्षेत्र में स्थित श्रीकृष्ण गोगादेव मंदिर की भूमि पर कथित अवैध निर्माण और उसे किराए पर देने के मामले ने तूल पकड़ लिया है। सामाजिक कार्यकर्ता आर.बी. भाई पटेल ने कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक, नगर निगम आयुक्त और स्थानीय प्रशासन को एक आवेदन प्रस्तुत कर इस मामले में त्वरित कार्रवाई की माँग की है। आवेदक के अनुसार, उक्त मंदिर भूमि वाल्मिकी मेहतर समाज की पुश्तैनी धार्मिक संपत्ति है, जिस पर वर्षों पूर्व उनके पूर्वजों द्वारा श्रीकृष्ण गोगादेव मंदिर का निर्माण किया गया था। प्रशासन द्वारा भी उक्त भूमि पर मंदिर होने की पुष्टि की जा चुकी है और इसे समाज के नाम पर 50 वर्ष पूर्व नजूल भूमि के रूप कलेक्टर द्वारा एक रुपए वार्षिक पट्टे पर स्वीकृत किया गया है।
श्री पटेल का आरोप है कि सत्तार पहलवान के परिजनों कामरान खान, प्रवेश खान, और इमरान खान (सभी निवासी नई आबादी) द्वारा मंदिर की भूमि पर अवैध निर्माण किया गया और उसे किराए पर दे दिया गया है, जो स्पष्ट रूप से नियमों के विरुद्ध है। इस मामले की शिकायत 9 नवंबर 2023 को प्रशासन के विभिन्न अधिकारियों को की गई थी। तहसीलदार नजूल न्यायालय द्वारा दिनांक 20/11/2024 को उक्त निर्माण को ध्वस्त करने का आदेश भी पारित किया गया, लेकिन आदेश के बावजूद निर्माण कार्य जारी रहा और भूमि का व्यावसायिक उपयोग आरंभ कर दिया गया। श्री पटेल ने प्रशासन से माँग की है कि न्यायालय के आदेश का पालन करवाते हुए मंदिर भूमि पर हुए अवैध निर्माण को तत्काल प्रभाव से हटाया जाए और दोषियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाए, जिससे किसी भी प्रकार की साम्प्रदायिक स्थिति उत्पन्न न हो। स्थानीय नागरिकों का कहना है कि यदि शीघ्र कार्यवाही नहीं की गई तो क्षेत्र में तनाव की स्थिति बन सकती है।