कमलापुर पुलिस ने चोर गिरोह का किया पर्दाफाश
• “ऑपरेशन त्रिनेत्रम” के तहत जनसहयोग से लगे कैमरों की मदद से हुआ खुलासा
• 03 आरोपी गिरफ्तार, ₹5,27,000/- का मशरुका बरामद
देवास। जिले में बढ़ती चोरी की घटनाओं पर नकेल कसने के लिए चलाए जा रहे अभियान “ऑपरेशन त्रिनेत्रम” के तहत कमलापुर पुलिस ने एक बड़ी सफलता दर्ज की है। जनसहयोग से लगाए गए सीसीटीवी कैमरों और मुखबिरों की सूचनाओं के आधार पर पुलिस ने तीन शातिर चोरों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से लाखों रुपये का चोरी गया सामान बरामद किया है।
पुलिस अधीक्षक देवास श्री पुनीत गेहलोद द्वारा जिले में हो रही आपराधिक वारदातों को गंभीरता से लेते हुए मिशन मोड पर कार्रवाई के निर्देश दिए गए थे। इसके तहत अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (यातायात) श्री हरनारायण बाथम के मार्गदर्शन और अनुविभागीय अधिकारी (पुलिस) बागली सुश्री सृष्टि भार्गव के निर्देशन में थाना प्रभारी बागली श्री प्रदीप राय के नेतृत्व में एक विशेष जांच टीम गठित की गई।
टीम ने तकनीकी साक्ष्य, घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज और मुखबिरों से मिली सूचनाओं के आधार पर संदिग्धों को चिन्हित किया। पूछताछ के लिए हिरासत में लिए गए आरोपियों ने चोरी की वारदात को कबूल कर लिया। गिरफ्तार किए गए आरोपियों में भूरियापुरा उदयनगर निवासी राजेश पिता जवान सिंह बामनिया, भरत पिता जवान सिंह और मतमोर निवासी नारायण पिता छगन शामिल हैं।
पूछताछ के दौरान आरोपियों की निशानदेही पर पुलिस ने चोरी गया सामान — सात क्विंटल गेहूं, एक तोल कांटा, एक पंखा और एक मारुति इको कार (क्रमांक MP37C2815) — बरामद कर लिया। जप्त मशरुका की कुल कीमत करीब 5 लाख 27 हजार रुपये आंकी गई है।
थाना बागली में आरोपियों के विरुद्ध अपराध क्रमांक 65/2025 के तहत भारतीय न्याय संहिता की धारा 305 ए और 331(4) में प्रकरण दर्ज किया गया है। आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायालय में प्रस्तुत किया गया, जहां से उन्हें न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया गया।
इस कार्रवाई में थाना प्रभारी कमलापुर उपनिरीक्षक उपेन्द्र नाहर, प्रधान आरक्षक बलसिंह तोमर, आरक्षक रोहित और सैनिक विष्णु सोनी की सतर्कता और सक्रिय भूमिका उल्लेखनीय रही।