मोहन वर्मा, देवास
आयुक्त और पूर्व महापौर में गहमागहमी
झूठी घोषणाओं और अधूरे वायदों से तंग आकर नागरिक अब खुलकर अपना विरोध दर्ज करने लगे है. देवास नगर निगम द्वारा विगत वर्ष जनवरी 17 में गवली मोहल्ले में सामुदायिक भवन बनाने के लिए शिलान्यास किया गया था मगर सालभर बाद टेंडर निरस्त किये जाने से लोग नाराज हो गये और वार्डवासियों द्वारा आज एक जुलूस के रूप में शिलान्यास का पत्थर नगर निगम को लौटाने पहुंचे .इस बीच जनहित से जुड़े इस मामले में पूर्व महापौर जयसिंह ठाकुर अन्य कांग्रेसियों के साथ निगम पहुंचे तो कथित रूप से आयुक्त उनकी बात सुने बगैर जाने लगे तभी वहाँ आयुक्त और जयसिंह ठाकुर के बीच गर्मागर्मी हो गई और बात आयुक्त द्वारा जयसिंह ठाकुर के खिलाफ दुर्व्यवहार और अभद्रता किये जाने के विरूद्ध एफआईआर दर्ज कराने तक जा पहुंची.इस बीच नगरनिगम के कर्मचारियों द्वारा आयुक्त के पक्ष में निगम कर्मचारी संघ ने हड़ताल कर दी है.
गौरतलब है कि वार्ड 34 गवली मोहल्ले में जनवरी 17 में विधायक गायत्री राजे पवार,सभापति अंसार अहमद,कांग्रेस प्रदेश महामंत्री मनोज राजानी और उज्जैन विधायक मोहन यादव की उपस्थिति में ये भूमिपूजन हुआ था. 41 लाख की लागत के इस निर्माण कार्य का वार्डवासी इंतज़ार ही करते रह गये और इस काम का टेंडर पिछले दिनों निरस्त कर दिया गया. भाजपा के वार्ड पार्षद राजेश यादव के अनुसार नगर निगम के जिम्मेदारों ने हमारे साथ धोखा किया है इसलिए अपना विरोध दर्ज कराते हुए वार्डवासी शिलान्यास का पत्थर निगम आयुक्त को सौपने पहुंचे,इस बीच कांग्रेस नेता और पूर्व महापौर जयसिंह ठाकुर भी अपने समर्थकों के साथ जनहित के इस मुद्दे पर भाजपा पार्षद और वार्डवासियों का साथ देने निगम पहुंचे जहाँ आयुक्त द्वारा पत्थर लिए जाने से इंकार के बाद कथित रूप से जब वे चर्चा के बाद वापस जाने लगे तो किसी ने उनका हाथ पकड़कर खीचतान की जिससे दोनों पक्षों में गहमागहमी हो गई. घटना से नाराज आयुक्त विशालसिंह चौहान द्वारा इस मामले में पूर्व महापोर जय सिह ठाकुर और चन्द्रपाल सिंह सोलकी पर प्रकरण दर्ज करवाया गया ..

