एक्ट-ईव सोसायटी ने दी बच्चों को फर्नीचर सौगात जरूरतमंद समाज की सेवा से बढ़कर सराहनीय कुछ और नहीं – खुशाल

देवास । शहर की सामाजिक संस्था एक्ट-ईव एजुकेशन एंड सोशल वेलफेयर सोसायटी ने ग्रामीण क्षेत्र के सरकारी स्कूल के ज़मीन पर बैठकर पढ़ाई करने वाले बच्चों को आज फिर फर्नीचर की सौगात दी जिसे पाकर बच्चे खुशी से  खिलखिला उठे ।          

फर्नीचर लोकार्पण का ये कार्यक्रम आगरोद संकुल के ग्राम लोहाना के शा.मा.वि. में आयोजित किया गया था जहां संस्था एक्ट-ईव के प्रयासों से वच्चों के लिए 25 फर्नीचर सेट प्रदाय किये गए । कार्यक्रम में अतिथि रूप में जिला शिक्षाधिकारी एच एल खुशाल,बीआरसी दिनेश चौधरी, उपसंचालक अजय सोलंकी,समाजसेवक संतोष विजयवर्गीय, श्रीमती पुष्पा बापट तथा श्री गोहिल उपस्थित थे ।          

दीप प्रज्जलवन और सरस्वती वंदना पश्चात फर्नीचर लोकार्पण में अपने उद्बोधन में श्री खुशाल ने कहा जरूरतमंद समाज की सेवा से बढ़कर दूसरा कोई काम नहीं है । दूसरों के दर्द को महसूसकर उसे दूर करने के प्रयास में लगी संस्था एक्ट-ईव और उसकी टीम बधाई की पात्र है । श्रीमती बापट ने कहा लोग समाजसेवा के लिए आगे तो आना चाहते है मगर सही लोग नज़र नहीं आते । गांवों के छोटे छोटे बच्चों के दर्द को समझकर उन्हें खुशी देने के संस्था के निस्वार्थ प्रयासों में जुड़कर हमें खुद भी खुशी और गर्व हो रहा है ।         

अतिथि परिचय सचिव किशोर असनानी ने दिया।संस्था अध्यक्ष मोहन वर्मा ने कहा कि बीते समय से अब तक संस्था ने दानदाताओं की सहायता से चार स्कूलों में तीन लाख के फर्नीचर की व्यवस्था की है और आगामी समय मे समाजसेवियों की मदद से दो स्कूलों में दो लाख का और देने जा रहे है । इसके अलावा संस्था पर्यावरण, जल,बाल समस्या,चिकित्सा क्षेत्र में भी भरकोशिश अपना काम कर रही है ।           

इस अवसर पर संस्था को सहायता देने वाले दानदाता श्रीमती पुष्पा बापट,आलेख वर्मा,मुकेश तिवारी,आशा तिलोदिया,समीर बापट को संस्था की तरफ से सम्मानपत्र खुशाल के हाथों सौंपें गए । कार्यक्रम में प्रधानाध्यापिका श्रीमती शकुंतला मालवीय श्रीमती मंजू पांडे श्रीमती रीना सेंधव यशवंत सर एवम संस्था के वीरेंद्र चावड़ा, किशोर कनासे,अक्षय शर्मा, सोनम वर्मा,सविता चावड़ा, किशोर जोशी,के.वी.राव,प्रदीप शर्मा,अमल बेरा, नवप्रीत अरोरा, गोहिल व अन्य ग्रामवासी उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन  कुंदन जाटवा, यशोदा परिहार ने किया । आभार शकुंतला मालवीय ने माना ।

Post Author: Vijendra Upadhyay