- ग्लोरिया प्रापर्टी इंडिया नाम से खोला था देवास में ऑफिस, 15 से 20 लाख की लगाई चपत
देवास। देवास सहित देश भर में ऐसी कई चिटफंड कंपनियां संचालित हो रही है, जो चंद दिनों में राशि डबल करने का दावा करती है और भोले-भाले लोगों को चपत लगाकर फरार हो जाती है। देवास में भी अब तक आधा दर्जन से अधिक चिटफंड कंपनियां हजारों लोगों को करोड़ों की चपत लगा चुकी है, फिर भी लोग इनके सब्जबाग में आ जाते है और अपने गाड़े पसीने की कमाई लगा देते है।
ऐसी ही एक चिटफंड कंपनी ग्लोरिया प्रापर्टी इंडिया के एक डायरेक्टर धर्मेंद्र धनगया को कोतवाली पुलिस ने धार से गिरफ्तार कर लिया है, जिसे न्यायालय में पेश किया, जहां से उसे तीन दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया है। कोतवाली टीआई उमराव सिंह ने बताया कि कुछ समय पहले ग्लोरिया प्रापर्टी इंडिया के डायरेक्टर धर्मेंद्र धनगया व उसके दो साथियों ने कालानी बाग में एक ऑफिस खोलकर अपना गोरख धंधा शुरु किया था और कई लोगों को चंद दिनों में राशि डबल करने का लालच देकर अपने जाल में फंसाया था और करीब 15 से 20 लाख रुपये ऐंठने के बाद ये तीनों डायरेक्टर फरार हो गए थे।
पीडि़तों ने धोखाधड़ी की रिपोर्ट दिसंबर 2021 में दर्ज कराई थी, इसके बाद इस कंपनी के दो डायरेक्टरों को उसी समय गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था, जो अभी भी जेल में है। तीसरा डायरेक्टर धर्मेंद्र पुलिस के साथ आंख-मिचोली कर रहा था, जिसे शनिवार को धार से गिरफ्तार कर लिया है। अब इस प्रकरण में नामजद तीनों आरोपी गिरफ्तार हो चुके है। धर्मेंद्र को न्यायालय ने तीन दिन के पुलिस रिमांड पर भेजा है। इस अवधि में उससे ओर भी पूछताछ की जाएगी। टीआई उमराव सिंह ने बताया कि चिटफंड कंपनी के कर्ताधर्ताओं ने आगर व धार में जमीन खरीदी है, जिसे कुर्क करवाकर नीलाम करवाया जाएगा और उससे मिलने वाली राशि पीडि़तों को दिलवाई जाएगी।

