महाकुंभ शुरू, सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद
पर्व पौष पूर्णिमा पर श्रृद्धालु लगा रहे आस्था की डुबकी
महाकुंभ नगर। संगम तट पर श्रद्धालुओं का अद्भुत नजारा देखने को मिल रहा है। महाकुंभ के पहले स्नान पर्व पौष पूर्णिमा के पावन अवसर पर देशभर से आए श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगा रहे हैं। आधी रात से ही श्रद्धालु और कल्पवासी संगम तट पर जुटने लगे थे। हर-हर गंगे और जय श्रीराम के गगनभेदी जयकारों से पूरा मेला क्षेत्र गूंज उठा। मेला क्षेत्र की सुरक्षा चाक-चौबंद है। आज से ही पैंतालीस दिवस का कल्पवास शुरू हो जाएगा। पहला अमृत स्नान मकर संक्रांति पर मंगलवार को होगा।
पौष पूर्णिमा पर बच्चे, बुजुर्ग और महिलाएं तड़के से ही संगम स्नान के लिए पहुंचने लगे। संगम नोज, एरावत घाट और वीआईपी घाट समेत समस्त घाटों पर सुबह से ही श्रद्धालु स्नान करते नजर आए। युवाओं ने इस पावन क्षण को कैमरे में कैद किया और सोशल मीडिया पर साझा किया।
इस बार युवाओं में सनातन संस्कृति और आध्यात्मिकता के प्रति खासा उत्साह देखने को मिला। संगम स्नान और दान-पुण्य में बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। स्नान के बाद श्रद्धालुओं ने पवित्र संगम तट पर पूजा-अर्चना और दान कर पुण्य लाभ अर्जित किया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर मेला क्षेत्र में सुरक्षा के अभूतपूर्व इंतजाम किए गए हैं। इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर से चप्पे-चप्पे की निगरानी की जा रही है। डीआईजी और एसएसपी खुद मॉनिटरिंग कर रहे हैं। भीड़ प्रबंधन के लिए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है। आधी रात और सुबह तड़के से ही पुलिस बल पूरी तरह मुस्तैद नजर आया।
पहले स्नान पर्व के दौरान इंद्रदेव ने भी अपनी कृपा बरसाई। एक दिन पहले हुई हल्की बारिश के बाद ठंडी हवा के बीच श्रद्धालुओं ने पवित्र स्नान का आनंद लिया। संगम क्षेत्र में आस्था का ऐसा अद्भुत संगम देखने को मिला, जिसने सनातन संस्कृति और आस्था के प्रति गौरव की अनुभूति कराई।
45 दिन चलेगा महाकुंभ, सिर्फ 6 दिन अमृत स्नान और शुभ योग
वर्ष 2025 में नव वर्ष आगमन के साथ ही जनवरी महीने में प्रयागराज में महाकुंभ का आयोजन होने जा रहा है। इस बार यह महाकुंभ 45 दिनों तक चलेगा तथा 13 जनवरी से शुरू होकर 26 फरवरी 2025 तक जारी रहने वाला है। इस दौरान कई महत्वपूर्ण तिथियों पर अमृत स्नान किए जाएंगे। इस दिन उषा काल स्नान करना उत्तम माना गया है। तथा इस दौरान संगम में अमृत स्नान की पवित्र डुबकी लगाने वालों को अनंत पुण्यफल की प्राप्ति होती है।
आइए यहां जानते हैं अमृत स्नान की तिथियां और महाकुंभ के पहले दिन का शुभ योग…
हिन्दू पंचांग कैलेंडर के अनुसार महाकुंभ के इस खास अवसर पर कई शुभ योग भी बन रहे हैं। इस बार 13 जनवरी, पौष पूर्णिमा के अवसर पर सोमवार को यानि अमृत स्नान के पहले ही दिन महाकुंभ में ‘रवि योग’ का अद्वितीय शुभ संयोग बन रहा है। ज्योतिष में इस रवि योग को अत्यंत लाभकारी, सफलता और शुभफल देने वाला माना जाता है
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महाकुंभ में पहले अमृत स्नान के दिन सुबह 7 बजकर 15 मिनट से लेकर 10 बजकर 38 मिनट तक रवि योग रहेगा।
6 दिन की अमृत स्नान की तिथियां जानें :
1. 13 जनवरी (पौष पूर्णिमा) – अमृत स्नान।
2. 14 जनवरी (मकर संक्रांति) – अमृत स्नान।
3. 29 जनवरी (मौनी अमावस्या) – अमृत स्नान।
4. 03 फरवरी (बसंत पंचमी) – अमृत स्नान।
5. 12 फरवरी (माघी पूर्णिमा) – अमृत स्नान।
6. 26 फरवरी (महाशिवरात्रि) – अंतिम अमृत स्नान।