जस्ट डायल के जरिये करोड़ों की ठगी करने वाला अंतरराज्यीय गिरोह पकड़ा गया

जस्ट डायल के जरिये करोड़ों की ठगी करने वाला अंतरराज्यीय गिरोह पकड़ा गया

देवास पुलिस ने 1000 किलोमीटर दूर उत्तराखंड में दबिश देकर पांच शातिर ठगों को किया गिरफ्तार

29 लाख 50 हजार रुपये नकद और दो लग्जरी कारें जप्त, मास्टरमाइंड इकबाल खान फरार

जस्ट डायल साइट से प्रॉपर्टी ब्रोकरों को बनाते थे निशाना, सस्ती जमीन दिखाकर करते थे ठगी

पीड़ित तेजकरण से 47 लाख रुपये ठगने के बाद भांजे को फंसाने पहुँचे, वहीं बिछा जाल और हुए गिरफ्तार

देवास। जस्ट डायल के जरिये अन्य राज्यों के प्रॉपर्टी ब्रोकरों के मोबाइल नंबर सर्च कर उत्तराखंड स्थित जमीन का सौदा कराने के नाम पर प्रॉपर्टी ब्रोकरों से करोड़ों रुपये ठगने वाले अंतरराज्यीय गिरोह के पांच शातिर आरोपियों को थाना औद्योगिक क्षेत्र पुलिस ने 1000 किलोमीटर दूर जाकर गिरफ्तार किया और 29 लाख 50 हजार रुपये नकद बरामद किए। आरोपी जस्ट डायल साइट के माध्यम से मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, उत्तरप्रदेश सहित अन्य राज्यों के लोगों को बाजार भाव से बहुत सस्ते दामों पर जमीन बेचने का लालच देकर ठगी करते थे।

क्राइम स्टोरी की तरह नाम और कैरेक्टर बदलकर पीड़ितों से फोन पर पहचान करते थे। रुड़की और हरिद्वार के आसपास ऐसे एक दर्जन के करीब गिरोह सक्रिय हैं। गिरोह के सदस्य नाम बदलकर अपनी फर्जी पहचान दिखाकर लोगों को निशाना बनाते थे। पीड़ित प्रॉपर्टी ब्रोकरों से टोकन राशि प्राप्त कर एग्रीमेंट करते थे तथा टालमटोल कर एग्रीमेंट का समय निकाल देते थे। गिरोह की किस्मत तब पलटी जब उन्होंने पीड़ित तेजकरण से 47 लाख 45 हजार रुपये ठगने के बाद उसी के मुंहबोले भांजे शुभम को भी अपने जाल में फंसाने का प्रयास किया। शुभम जब उत्तराखंड की डील की जानकारी लेकर तेजकरण के पास पहुंचा, तो तेजकरण के होश उड़ गए कि उन्हीं लोगों द्वारा उसी जमीन का सौदा शुभम से करने की कोशिश की जा रही थी।

औद्योगिक क्षेत्र देवास पुलिस ने उत्तराखंड जाकर होटल में उस समय गिरोह के पांच सदस्यों को गिरफ्तार किया जब वे शुभम से होटल के एक कमरे में मीटिंग कर रहे थे। इन आरोपियों के खिलाफ उत्तरप्रदेश, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में भी इसी तरह के अपराध दर्ज हैं। मास्टरमाइंड इकबाल खान और उसके साथियों की तलाश जारी है।

फरियादी तेजकरण ने समझदारी दिखाते हुए तत्काल पुलिस अधीक्षक पुनीत गेहलोद से मिलकर अपनी समस्या बताई थी। श्री गेहलोद ने संगठित अपराधियों के इस गिरोह को पकड़ने के लिए नगर पुलिस अधीक्षक और थाना प्रभारी को तत्काल दबिश दल भेजने के निर्देश दिए थे। पिछले 15 दिनों में देवास पुलिस ने मुंबई, हरिद्वार और रुड़की में दो बार दबिश देकर सफलता प्राप्त की, जिससे इस प्रकार के अन्य गिरोहों में भय व्याप्त हो गया है।

जानकारी के अनुसार, दिनांक 29 सितम्बर 2025 को आवेदक तेजकरण पिता हिन्दूसिंह परमार उम्र 47 वर्ष निवासी ग्राम बालोदा जिला देवास हाल मकान नं. 14 अक्षतनगर बावड़िया देवास ने आवेदन दिया कि वह प्रॉपर्टी का कार्य करता है। उसे जस्ट डायल साइट के माध्यम से शुभम तिवारी का कॉल आया, जिसने रुड़की में सस्ती जमीन का सौदा कराने का झांसा दिया। तेजकरण के साथ शुभम तिवारी, सरमद, शेख मेहंदी हसन, सौरभ कुमार, आर.के. अग्रवाल, अरुणा कृष्णा मोरे आदि ने भगवानपुर तहसील के ग्राम खेड़ली, जिला हरिद्वार की कृषि भूमि दिखाकर कुल 46 लाख 45 हजार रुपये हड़प लिए और बाद में कॉल रिसीव करना बंद कर दिया।

आवेदन जांच उपरांत थाना औद्योगिक क्षेत्र देवास में अपराध क्रमांक 896/2025 धारा 318(4), 316(5) बी.एन.एस. के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू की गई। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक देवास पुनीत गेहलोद ने फरार आरोपियों की शीघ्र गिरफ्तारी के निर्देश दिए। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जयवीरसिंह भदौरिया और नगर पुलिस अधीक्षक सुमित अग्रवाल के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी शशिकांत चौरसिया के नेतृत्व में पांच सदस्यीय विशेष टीम बनाई गई, जिसकी मॉनिटरिंग स्वयं पुलिस अधीक्षक द्वारा की गई।

टीम ने 1000 किलोमीटर दूर उत्तराखंड राज्य के हरिद्वार जिला स्थित रुड़की में फरियादी के भांजे शुभम यादव और उसके दोस्त राहुल पाटीदार के साथ जमीन खरीददार बनकर जाल बिछाया। आरोपी शेख मेहंदी हसन, राव अब्दुल मन्नान उर्फ सौरभ कुमार, शुभम चौधरी उर्फ लाली, अकरम और अनुपम गुप्ता उर्फ आर.के. अग्रवाल को 29 लाख 50 हजार रुपये नकद के साथ गिरफ्तार किया गया। इनके कब्जे से दो कारें स्विफ्ट क्र. यूके 17 आर 1200 और क्रेटा क्र. यूके 07 बीक्यू 2401 जब्त की गईं। पूछताछ में आरोपियों ने स्वीकार किया कि वे जस्ट डायल साइट के माध्यम से मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, उत्तरप्रदेश सहित अन्य राज्यों के लोगों को फर्जी पहचान दिखाकर जमीन के नाम पर ठगी करते थे। जांच के आधार पर प्रकरण में धारा 319(2), 338, 336(3), 340(1), 340(2), 61(2), 111(4) का इजाफा किया गया है। आरोपी पुलिस रिमांड पर हैं और अन्य मामलों में पूछताछ जारी है।

इन्हें किया गिरफ्तार

शेख मेहंदी हसन पिता शेख शाहबुद्दीन उम्र 58 वर्ष निवासी ग्राम बसारिकपुर जिला बलिया हाल एल्डिगो कॉलोनी लखनऊ (उत्तरप्रदेश), दो आपराधिक रिकार्ड।

राव अब्दुल मन्नान (तथाकथित नाम सौरभ कुमार) पिता रशीद उर्फ बाबू उम्र 34 वर्ष निवासी ग्राम पनियाला चंदापुर रुड़की जिला हरिद्वार (उत्तराखंड), एक आपराधिक रिकार्ड।

शुभम चौधरी उर्फ लाली पिता प्रदीप कुमार चौधरी उम्र 30 वर्ष निवासी गंगा इंक्लेव नियर सलार अस्पताल रुड़की जिला हरिद्वार (उत्तराखंड), तीन आपराधिक रिकार्ड।

अकरम पिता खलील उम्र 31 वर्ष निवासी ग्राम कैली सरधना जिला मेरठ (उत्तरप्रदेश), दो आपराधिक रिकार्ड।

अनुपम गुप्ता (तथाकथित नाम आर.के. अग्रवाल) पिता विजयपाल गुप्ता उम्र 57 वर्ष निवासी मकान नं. 109/1, गली नं. 7 सिविल लाइन रुड़की जिला हरिद्वार (उत्तराखंड), एक आपराधिक रिकार्ड।

यह आरोपी हैं फरार

इकबाल (तथाकथित नाम शुभम तिवारी) पिता नशीर अली निवासी ग्राम बनहेड़ा टांडा थाना मंगरोल जिला हरिद्वार (उत्तराखंड), सरमद पिता अब्बास अहमद निवासी ग्राम खाताखेड़ी तहसील भगवानपुर रुड़की जिला हरिद्वार (उत्तराखंड), अरुणा पिता श्रीकृष्णा मोरे (पति स्व. अमित मिश्रा) निवासी मोरे चाल मधुबन गार्डन एलबीएस मार्ग भांडुप वेस्ट मुंबई (महाराष्ट्र), परवेज निवासी ग्राम लंडौरा रुड़की जिला हरिद्वार (उत्तराखंड) और आलम निवासी रुड़की जिला हरिद्वार (उत्तराखंड)।

जप्त मशरूका:

नकद 29 लाख 50 हजार रुपये और घटना में प्रयुक्त दो कारें स्विफ्ट क्र. यूके 17 आर 1200 व क्रेटा क्र. यूके 07 बीक्यू 2401, कुल कीमत लगभग 10 लाख रुपये।

इस सराहनीय कार्य में निरीक्षक शशिकांत चौरसिया थाना प्रभारी औद्योगिक क्षेत्र देवास, उपनिरीक्षक नरेंद्र अम्करे, प्रधान आरक्षक विष्णु दांगी, आरक्षक अजय जाट, आरक्षक अर्पित जायसवाल, आरक्षक राबी यादव, आरक्षक नरेंद्र सिरसाम थाना औद्योगिक क्षेत्र देवास तथा प्रधान आरक्षक शिवप्रताप सिंह, प्रधान आरक्षक सचिन चौहान (सायबर सेल देवास) की भूमिका सराहनीय रही।

Post Author: Vijendra Upadhyay