संस्कार भारती द्वारा स्वागत प्रतिपदा का आयोजन

देवास। भारतीय नववर्ष के शुभारंभ पर रंगमंच एवं ललित कलाओं के लिए समर्पित अखिल भारतीय संस्था संस्कार भारती देवास द्वारा प्रतिवर्षानुसार सयाजी द्वार पर स्वागत प्रतिपदा का आयोजन अलसुबह 6 बजे किया गया। सामाजिक जीवन में एकात्मकता, राष्ट्रनिष्ठा एवं देशप्रेम जगाने हेतु संस्कार भारती द्वारा चैत्र शुल्क प्रतिपदा अर्थात भारतीय कालगणना के अनुसार नवसंवत्सर वर्ष 2075 प्रथम दिवस सयाजी द्वार पर भव्य एवं गरिमामयरूप में मनाया गया। नववर्ष के अभिनन्दन में पूरे सयाजी द्वार को आकर्षक रंगोली एवं पुष्पों से सज्जित किया गया।
कार्यक्रम की शुरूआत वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. डीपी श्रीवास्तव, संस्कार भारती प्रांत संगठन मंत्री प्रकाश पंवार, मातृशक्ति प्रमुख चंद्रकला रघुवंशी, शशिकांत वझे द्वारा माता सरस्वती व भगवान नटराज केे समक्ष दीप प्रज्जवलन से हुई। इसके पश्चात मंगलाचरण करते हुए महिलाओं एवं उपस्थित नगर के प्रबुद्धजनों ने सामूहिक रूप से परम्परागत गुडी पूजन किया। संस्था द्वारा प्रकृति के इस सौंदर्य रूप परिवर्तन के दिन की शुरूआत सूर्य आराधना, नृत्य एवं गणेश वंदना की मनोहारी प्रस्तुति मुस्कान, वैशाली, रेणुका ने रसिक श्रोताओं को मंत्र मुग्ध कर दिया।
कार्यक्रम में शास्त्रीय गायिका श्वेता जोशी द्वारा गायन की शुरूआत राग बैरागी भैरव पर करते हुए उपस्थित प्रबुद्ध नागरिकों के समक्ष अपनी विलक्षण प्रतिभा की प्रस्तुति से कार्यक्रम को नई ऊंचाई प्रदान की । इसमें संगत साथी कलाकार तबले पर हिमांशु लाडे, हारमोनियम पर आशुतोष सिद्ध ने की। भारतीय काल गणना पर अखिल भारतीय साहित्य परिषद के संगठन मंत्री श्रीकांत ने विस्तार से भारतीय कालगणना के वैज्ञानिक आधार से सभी को परिचित करवाया। आपके साथ विभाग संघचालक कैलाश चंद्रावत, श्रीमती एवं मनोज मूंदडा, महापौर प्रतिनिधि विमल शर्मा, संस्था के मालवा प्रांत संगठन मंत्री प्रकाश पंवार, नगर अध्यक्ष डॉ. रमेश सोनी द्वारा शास्त्रीय गायिका श्वेता जोशी व कत्थक नृत्य कलाकार प्रफुल्ल गहलोत सहित कलाकारों का सम्मान शाल श्रीफल व पुष्पगुच्छों से किया। अपनी रचनात्मकता से सयाजी द्वार पर आकर्षक रंगोली से गुडी का चित्रण व मनोहारी रंगों से सजावट के लिये कविता सिसोदिया को भी सम्मानित किया गया। इसके पश्चात सूर्योदय होने पर पं. जितेन्द्र त्रिवेदी ने मंत्रोच्चार कराते हुए देश की अस्मिता, स्थिरता व एकता के संकल्प के साथ उपस्थित सभी प्रबुद्धजनों को भगवान सूर्य का अध्र्यापण कराया। सभी उपस्थिजनों को मंगल तिलक, गुड धनिया व आयुर्वेदिक नीम चटनी का वितरण किया गया। इस गरिममय कार्यक्रम में संस्कार भारती के सभी सदस्य व शहर के प्रबुद्धजन उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन उदय टाकलकर ने किया व आभार प्रकाश पंवार ने माना।
नववर्ष की पूर्व संध्या पर सयाजी द्वार पर सांस्कृतिक संध्या का आयोजन भी किया गया जिसमें कार्यक्रम की शुरूआत दीप प्रज्जवलन व माँ सरस्वती को माल्यार्पण योगाचार्य डॉ. बी के तिवारी, राष्ट्रीय कवि देवकृष्ण व्यास, मालव प्रांत संगठन मंत्री प्रकाश पंवार, नगर अध्यक्ष डॉ. रमेश सोनी, माधवानंद दुबे, चंद्रकला रघुवंशी, श्रीधर बागलीकर, शशिकांत वझे द्वारा किया गया। कार्यक्रम की शुरूआत गणेश स्तुति वंदना अर्जुन बेलावत द्वारा की गई। सांस्कृतिक संगीतमय निशा में देशभक्ति व मनोहारी नृत्यों की प्रस्तुति देवेन्द्र पंडित, गोपाल पंडित, विजय बहादुर राठौर, शिवानंद वर्मा ने अपने गीतों से समा बांधा वहीं ज्ञान सागर अकादमी के कलाकारों द्वारा कविता सिसोदिया के निर्देशन में सुगम संगीत व भजन की प्रस्तुति दी गई। घुंघरू नृत्य अकादमी के प्रफुल्ल गहलोत के कत्थक कलाकारों द्वारा दी गई प्रस्तुति ने इस संगीत निशा में सभी को मंत्र मुग्ध कर दिया। कलाकारों द्वारा वंदे मातरम, घूमर, कान्हा सो जा, शिव ताण्डव, राधा कृष्ण नृत्य एवं तराना नृत्य की सुंदर प्रस्तुति दी गई। कलाकारों द्वारा हस्तक भाव एवं हिताहितों का नृत्य में बहुत ही सुंदर प्रदर्शन किया । कार्यक्रम में धार से पधारी शास्त्रीय गायिका श्वेता ने संगीत सरिता में दर्शकों को सराबोर कर दिया। अंत में कलाकारों का स्वागत सत्कार शाल श्रीफल व पुष्पगुच्छ से माधवानंद दुबे, जितेन्द्र द्धिवेदी, कल्पना नाग, चंद्रकला रघुवंशी, डॉ. रंगभरी काशिव, साधना वझे, श्रीधर बागलीकर, गोपाल पंडित, नयन कानूनगो, इंद्रजीत सोलंकी, अमित जैन, धनंजय गायकवाड, मिलिंद सोलंकी, भरत चौधरी, उदय टाकलकर, उमेश जोशी ने किया। पूर्व संध्या कार्यक्रम का संचालन अजय पंडित व मोहन वर्मा ने किया। आभार जितेन्द्र त्रिवेदी ने माना।

Post Author: Vijendra Upadhyay

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