16 जुलाई को होगा साध्वीजी का भव्य चातुर्मासिक नगर प्रवेश
विभिन्न आकर्षणों के साथ निकलेगी भव्य शोभा यात्रा
देवास। जब तक जीवन में व्यर्थता होगी तब तक सार्थकता प्रतिष्ठित नहीं होगी। जिस घर में कचरा स्थाई रूप से जमा होगा वहां सफाई को कोई स्थान नहीं मिलेगा उसी प्रकार जिस मन में कुविचार कुंडली लगाकर बैठे होंगे तब तक वहां सुविचार स्थान प्राप्त नहीं कर सकता। हमारे कल्याण हेतु जीवन में कितने ही शुभ संयोग आए हैं लेकिन अज्ञानतावश हम उसका सदुपयोग नहीं कर पाए। आस्था के साथ ज्ञान भी जरूरी है। ज्ञान से ही आस्था पुष्ट और दृढ बनती है
यह बात श्री मुनिसुव्रत स्वामी मंदिर सिविल लाईन्स पर चल रही प्रवचनमाला में साध्वी श्री शीलगुप्ता श्रीजी एवं शीलभद्रा श्रीजी ने कही। आपने आगे कहा कि ज्ञान से ही व्यक्ति एवं वस्तु का मूल्यांकन कर पाना संभव है। बिना ज्ञान के हम न तो व्यक्ति को पहचान सकेंगे न ही प्रभु को। ज्ञान के प्रति हमारी जितनी जिज्ञासा बढ़ेगी उतनी ही ज्ञानियों के प्रति आस्था की बढ़ोतरी होगी और यही हमारी मुक्ति का सर्वमान्य सिद्धांत है। हमारे अंदर परमपिता परमेश्वर द्वारा प्रदत्त दिव्य शक्तियां भरी हुई हैं। हम उनका जितना उपयोग करेंगे वो उतनी ही बढ़ेगी और अनुपयोग की स्थिति में वे शक्तियां दिन प्रतिदिन कम होती जाएगी।
आगामी कार्यक्रम
आगामी कार्र्यक्रम के अंतर्गत 16 जुलाई सोमवार को चार्तुमासार्थ देवास आए साध्वी मण्डल के नगर प्रवेश का भव्य कार्यक्रम आयोजित होगा। इस हेतु प्रात: 7.45 बजे मंडी धर्मशाला से विशाल सामैय्या शोभा यात्रा निकाली जावेगी। अनेक आकर्षणों से सुसज्जित इस शोभा यात्रा में मातृशक्ति का एक बड़ा समूह अपने मस्तक पर कलश लेकर चलेगा। शोभा यात्रा विजया रोड, आदेश्वर मंदिर आदिनाथ चौक बड़ा बाजार, जेल रोड होकर श्री शंखेश्वर पाश्र्वनाथ मंदिर पर संपन्न होगी। यहां पर प्रभु दर्शन, गुरू वंदन समारोह, भव्य धर्मसभा, अतिथि सम्मान, कामली अर्पण, गुरू पूजन, आयम्बिल, साधर्मिक भक्ति एवं विशिष्ट संघ पूजन का आयोजन होगा। इस अवसर पर देवास जिले एवं समीपस्थ प्रांत से बड़ी संख्या में गुरू भक्तों का आगमन होगा।
15 जुलाई रविवार को दोपहर 2.30 से 3.30 बजे आयोजित होने वाले ज्ञान शिविर का लाभ प्रेमबाला डी.सी. जैन, सजन बाई अमोलकचंद जैन मामा एवं मधु बहन महेन्द्र कुमार मेहता द्वारा लिया जाएगा।
संघ पूजन का लाभ अजय कुमार धर्मेन्द्र कुमार मूणत परिवार ने प्राप्त किया।