-अनुशासनबद्ध होकर कदम ताल करते निकले हजारों स्वयंसेवक
-शहर भर में विभिन्न संगठनों व समाजजनों ने पुष्पवर्षा और वंदनद्वार लगाकर किया स्वागत
देवास। विजयादशमी के पावन पर्व पर प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी अनुशासित तरीके से कदम ताल करते हुए विशाल पथ-संचलन निकाला गया। नगर प्रचार प्रमुख अरविंद भट्ट ने बताया कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के 95 वें स्थापना दिवस पर संघ द्वारा स्थानीय राधागंज क्लब ग्राउण्ड पर मगलवार, 8 अक्टूबर को आयोजित कार्यक्रम में मंच पर संघचालक हरीश जुनेजा एवं प्रान्त बौद्धिक प्रमुख सुनील बागुल उपस्थित थे। अध्यक्षता डॉ मानधन्या ने की। राष्ट्रीय स्वयंसेवको का स्थानीय क्लब ग्राउंड में प्रातरू 8 बजे विराट एकत्रीकरण हुआ।
परम्परा अनुसार सभी अतिथियों का परिचय संघ के नगर कार्यवाह सुरेश राठौर ने करवाया। कार्यक्रम में सर्वप्रथम शस्त्र पूजन किया गया। तत्पश्चात प्रांत बौद्धिक प्रमुख श्री बागुल ने राष्ट्रभक्ति से ओतप्रोत गीत एवं अमृत वचन के पश्चात स्वयंसेवकों को अपने संबोंधिन में राष्ट्र के वर्तमान परिदृश्य और भविष्य के वैभव शाली भारत की परिकल्पना को साकार किये जाने में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और स्वयंसेवको की भूमिका का उल्लेख किया। अगर देश की जनता के मन में इसी तरह राष्ट्रीयता का भाव जागृत होता रहा तो वह दिन दूर नही जिस दिन भारत विश्वगुरु की भूमिका में होगा। उन्होंने कहा कि नौ दिन तक देवी की आराधना के पश्चात विजय स्वरूप विजयादशमी का पर्व संघ के छह उत्सवों में से एक है। देवी शक्ति ने असुरों का संहार किया। त्रेता युग में भगवान श्री राम ने राक्षसी विधर्मी शक्तियों को परास्त किया। द्वापरयुग में भगवान श्री कृष्ण ने कंस का संहार किया। ईश्वरीय शक्तियां धरा पर आई और विधर्मियों को नाश करती गई। छत्रपति शिवाजी महाराज ने समाज के सभी वर्गों को लेकर हिन्दू साम्राज्य की स्थापना की। डॉ. हेडगेवार जी ने छत्रपति शिवाजी भगवान राम के कार्य को आगे बढ़ाते हुए समाज के सभी वर्गों को लेकर संघ की स्थापना आज ही के दिन 1925 में की थी। तब से लेकर आज तक संघ धारा प्रवाह कार्य कर रहा है। हमें भी राष्ट्र के लिये समय देने की आवश्यकता है। संघ भारत को वैभवशाली और विश्वगुरू के रूप में प्रतिष्ठित करने के लक्ष्य से समाज को संगठित करते हुए आगे बढ़ रहा है। संघ समाज में व्याप्त बुराई और कुरितियों को समाप्त करने के लिये सार्थक प्रयास कर रहा है। संघ की व्यापकता और समाज की संघ के प्रति आस्था बढ़ रही है। हम सब स्वयंसेवकों का दायित्व देश के लिये बढ़ा रहा है। तत्पश्चात कार्यक्रम स्थल से कदम ताल करते हुए स्वयंसेवकों का पथ संचलन नगर के प्रमुख मार्गो से होते हुए निकला। जिसका पूरे नगर में भव्य स्वागत पुष्पवर्षा कर किया गया। पुनरू क्लब ग्राउंड पर पहुंचकर पथ संचलन का समापन हुआ।