देवास। म.प्र. असेम्बली के प्रथम स्पीकर स्व.अ.स. पटवर्धन की पोती रूपा पटवर्धन बेसहारा कुत्तों का सहारा बनकर उनकी सेवा कर रही हैं। आप 2007 से देवास में बेघर, बेेसहारा कुत्तों (श्वानों ) की नसबंदी, बीमार विकलांग कुत्तों की देखभाल अपनी फेक्ट्री में स्वयं के खर्च पर करती आ रही है। सुश्री पटवर्धन ने बताया कि उन्होंने अभी तक 2000 श्वानों की नसबंदी करवाई हैं। तथा वे लगभग 250 कुत्तों को खाना खिलाती हैं। सुश्री पटवर्धन ने पशु कू्ररता के विरूद्ध आवाज उठाते हुए बताया कि 26 दिसम्बर को मुखर्जी नगर में नगर निगम द्वारा कुत्तों को चिमटे सेे पकडा जा रहा था तभी एक कुतिया जिसके पेट में बच्चेे थे उसे भी चिमटे से पकड़ा जा रहा था जिसका कि सुश्री पटवर्धन एवं रहवासियों ने विरोध किया था लेकिन निगम कर्मचारियों नेे उनका कहना नहीं माना तथा उन्हें शहर के बाहर ले जाकर फेंक दिया।
आपने बताया कि आयपी सी सेक्शन 428 एवं 429 की धारा तथा 1960 पशु कू्ररता अधिनियम सेक्शन 11 के अंतर्गत आता है। आपने निगम कमिश्रर पर इस कृत्य के लिए सीजेएम कोर्ट में एडव्होकेट अशोक वर्र्मा के माध्यम से केस दायर किया है जिस पर मा. न्यायालय ने पुलिस को 20 जनवरी तक रिपोर्ट सबमिट करने को कहा था लेकिन 20 जनवरी तक रिपोर्ट प्रस्तुत नहीं होने पर न्यायालय ने 25 जनवरी तक का समय दिया है। सुश्री पटवर्धन ने मांग की है कि कुत्तों को चिमटों से पकडऩा बंद किया जाए तथा इनकी नसबंदी की जाए तथा इनको इनके स्थान से नहीं हटाया जाए तथा कुत्तों को अनिवार्य रूप से प्रतिवर्ष एंटीरेबिज के टीके लगाए जाएं ताकि आमजन को रेबीज का खतरा न हो।