- कन्नौद, पीपलरावां के बाद भौंरासा थाने पर भी पुलिसकर्मी को आया एएसपी के नाम से फोन
देवास। साइबर क्राइम करने वाले अपराधी अब सिर्फ आम जनता को ही नहीं बल्कि पुलिस को भी ठगी का शिकार बना रहे है। जिसका उदाहरण गुरुवार को पीपलरावां थाने पर देखने को मिला है और इतना ही नहीं शुक्रवार को भी भौंरासा थाने पर पदस्थ पुलिसकर्मी को एएसपी मनजीतसिंह चावला के नाम से फोन लगाकर पेट्रोल पंप संचालकों से बैंक खातों में 50-50 हजार रुपये डलवाने के लिए प्रयास किए गए है। हालांकि अब पुलिस अलर्ट हो चुकी है और उस व्यक्ति की तलाश की जा रही है, जो एएसपी के नाम से फर्जी फोन लगाकर खाते में रुपये डलवाने के निर्देश दे रहा है। फिलहाल पीपलरावां थाना पुलिस ने एएसआई खान की रिपोर्ट पर अज्ञात बदमाश के खिलाफ धारा 419, 420 व आईटी एक्ट की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर तलाश प्रारंभ कर दी है।
गौरतलब है कि गुरुवार को पीपलरावां थाने पर पदस्थ एएसआई खान को किसी अज्ञात व्यक्ति ने स्वयं को एडिशनल एसपी मनजीतसिंह चावला बताते हुए फोन किया था कि तीन पेट्रोल पंप संचालकों से बैंक खातों में 50-50 हजार रुपये डलवा दो। चूंकि फोन की कॉलर आईडी पर भी एएसपी देवास लिखा आया था, इसीलिए खान ने उस फोन को गंभीरता से लिया और पीपलरावां के आसपास के तीन पेट्रोल पंप संचालकों को उस व्यक्ति द्वारा बताए गए बैंक खाते में 50-50 हजार रुपये डालने का फरमान जारी कर दिया। इनमें से एक पंप संचालक ने तो साफ इंकार कर दिया। जबकि दो ने बताए गए खाते में रुपये डाल दिये। कुछ ही देर बाद जब खान को संदेश हुआ तो उन्होंने तत्काल पंप संचालकों को भुगतान होल्ड करवाने की सलाह दी। इसके बाद यह मामला एसपी डॉ. शिवदयाल सिंह, एएसपी मनजीतसिंह चावला, एसडीओपी सोनकच्छ प्रशांतसिंह भदौरिया के संज्ञान में आते ही पुलिस को अलर्ट कर दिया और जिन पंप संचालकों ने बैंक खाते में रुपये ट्रांसफर करने की प्रक्रिया की थी। बैंक अधिकारियों से चर्चा कर उनकी राशि होल्ड पर करवा दी। इस तरह एक बड़ी ठगी होने से तो बच गई, किंतु पुलिस के लिए यह मामला चुनौती के रूप में सामने आया है। फिलहाल पुलिस ने अज्ञात बदमाश के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर बताए गए बैंक खाते व मोबाइल नंबर की जांच प्रारंभ कर दी है।
- मामला उजागर होने के बाद भी सक्रिय है शातिर बदमाश
गुरुवार को एएसआई खान को ठगी का शिकार बनाने वाले शातिर बदमाश द्वारा गुरुवार को ही कन्नौद थाने पर भी एएसपी के नाम से फोन लगाया था, किंतु कन्नौद पुलिस माजरा समझ गई थी और वरिष्ठ अधिकारियों को इस मामले से अवगत भी करा दिया था। शुक्रवार को पीपलरावां का मामला मीडिया द्वारा उजागर भी कर दिया गया, किंतु फिर भी शातिर बदमाश धोखाधड़ी करने से बाज नहीं आ रहा है। एसडीओपी प्रशांतसिंह भदौरिया के अनुसार शुक्रवार को भौंरासा थाने पर पदस्थ एक पुलिसकर्मी के पास भी एएसपी के नाम से फोन आया था और पीपलरावां की तरह पंप संचालकों से विभिन्न बैंक खातों में रुपये डलवाने की बात कही थी। हालांकि पुलिसकर्मी को इस मामले की जानकारी थी, इसीलिए उसने बदमाश से शालीनता के साथ बात करते हुए खाते नंबर व अन्य जानकारी प्राप्त की है। एसडीओपी के अनुसार अब हम इन बैंक खाता नंबर व मोबाइल फोन की जांच में जुट गए है। पुलिस को शंका है कि यह वारदात राजस्थान का कोई गिरोह करने में लगा हुआ है। इस तरह की वारदात इंदौर में भी हो चुकी है।

