मोहन वर्मा-देवास टाईम्स. कॉम
प्याज ने की फिर से रुलाने की तैयारी ।
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यों तो प्याज़ काटते वक़्त रुलाने का काम करता ही है मगर साबुत प्याज ने एक बार फिर आम उपभोक्ता को रुलाने की तैयारी कर ली है ।
अभी साल भर पहले अपनी बढ़ी हुई कीमतों के साथ 80 से 100 रुपये किलो तक पहुंच कर प्याज ने उपभोक्ताओं को खूब रुलाया था और इस बार फिर किसानों और मामा के बाद आम जनता को रुलाने की तैयारी है ।
देश मे और हमारे मध (?) प्रदेश में इस बार बम्पर उत्पादन होने के बाद भी गलत सरकारी नीतियों और सही भंडारण के अभाव से पैदा स्थितियों से प्याज़ की कीमतों में एक बार फिर उछाल आने लगा है और सप्ताह भर पहले 5-6 रुपये किलो बिक रहे प्याज़ की कीमत अब 15-20 रुपये किलो तक जा पहुंची है ।
देश भर में प्याज के परिवहन और गलत भण्डारण से हज़ारों टन प्याज सड़ गया और उसके फेंके जाने की खबरें किसी से छुपी नही है । अगर देवास की ही बात करें तो एक ओर तो मंडी के प्लेटफॉर्म पर 300 टन से अधिक प्याज पड़ा पड़ा सड़ रहा है । किसानों से 8 रुपये किलो खरीदा प्याज बारिश और पानी के चलते सड़कर बदबू फैलाने लगा है वहीं दूसरी ओर प्याज की बढ़ती कीमतें आम उपभोक्ता के आंसू निकालने को तैय्यार है ।
कोई आश्चर्य नहीं कि आने वाले दिनों में प्याज की कीमतों में जबरजस्त उछाल आये और टमाटर की तरह ये भी हमारी थालियों से दूर हो जाये ।