अवैध रूप से लगे फ्लेक्स होर्डिग एवं गुणवत्ताहीन निर्माण के कारण हो सकती है जनहानि
देवास। वरिष्ठ कांग्रेस नेता पं. रितेेश त्रिपाठी ने जिलाधीश को पत्र लिखकर मांग की है कि एबी रोड के बीचोबीच प्रकाश व्यवस्था के लिए लगाए गए खंबों में भ्रष्टाचार हुआ है जिसकी वजह से ठेकेदार द्वारा गुणवत्ताहीन कार्य किया गया है। पोल के फाउंडेेशन मेंं बोल्ट भी ठीक से नहीं लगा गए है साथ ही उन्हीं कमजोर पोलों पर बड़े बड़े फ्लेक्स होर्डिग लगा दिए गए है। श्री पंडित ने जिलाधीश से जानकारी चाही हैै कि शासकीय खम्बों पर किस नियम से फ्लेक्स एवं होर्डिंग लगाए गए हैं। आज हवा और आंधी की वजह से कई खंबे गिर गए है जिससे कि कोई जन हानि हो सकती थी। आने वाले दिनों में नवरात्रि का महापर्व आ रहा है जिसमें लाखों की संख्या में माता केे भक्त देवास आते हैं। पं. त्रिपाठी ने मांग की है कि जनहित में खम्बों पर लगे होर्र्डिंंग हटाए जाएं तथा गुणवत्ताहीन कार्य की किसी अन्य निर्माण एजेंसी से जांच करवाई जाए।
नए पोल का इस तरह गिरना आश्चर्यजनक, हो सकता था बड़ा हादसा, कलेक्टर करे कड़ी कार्यवाही- शिवसेना
चामुण्डा माता टेकरी के सामने व अन्य जगह पर जिस प्रकार से हाल ही में लगाए गए विद्युत पोल धराशायी होकर गिरे गए जो चिंता का विषय है। नवरात्रि का पावन पर्व प्रारंभ हो रहा है। लाखों दर्शनार्थी माता टेकरी पर आयेंगे। आज चंद मिनटों की बारिश में एबी रोड पर लगे विद्युत पोल जिस प्रकार से सडक़ पर गिरे, जो चिंताजनक है। इससे बड़ी जनहानि हो सकती थी। किसी की जान भी जा सकती थी, सडक़ पर करंट फैल सकता था। नवरात्रि पर्व प्रारंभ हो रहा है। भक्तों का तांता लगना प्रारंभ हो जाएगा। आगामी दिनों में यदि आंधी व बारीश होती है तो अन्य विद्युत पोल भी गिर सकते है। कलेक्टर इसकी गंभीरता को समझते हुए इनके निर्माण में हुए भ्रष्टाचार की जाँच करे और संबंधित अधिकारी पर कार्यवाही करे। इस संबंध में शिवसेना का प्रतिनिधिमंडल आज मंगलवार को कलेक्टर ऋषभ गुप्ता से भी मिलेगा। शिवसेना जिलाध्यक्ष सुनील वर्मा ने बताया कि जिस प्रकार से विद्युत चौड़ीकरण के बाद लगाए गए हैं। उनमें कई अनियमितताएं है। वही टेंडर प्रक्रिया अंतर्गत लगाए गए विद्युत पोलों को सर्टिफिकेशन देने वाले अधिकारी को इस जिम्मेदारी का दोषी माना जाना चाहिए। इसे केवल प्राकृतिक मानकर गिरना गलत होगा। पोल निर्माण के ठेकेदार व संबंधित अधिकारियों पर कार्रवाई होनी की जाकर समस्त विद्युत पोलों की जाँच की जाना चाहिए, जिससे भविष्य में ऐसी घटना की पुनरावृत्ति न हो।