संतो को लेकर वर्मा ने दिया था आपत्तिजनक बयान, अब मांगी माफ़ी

– पहले भी दे चुके थे आपत्तिजनक बयान फिर की थी चरण वंदना

देवास/ कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सज्जन सिंह वर्मा अपनी बयानबाजी से हमेशा से ही चर्चाओं में रहे है। वर्तमान में वर्मा ने देवास के टोंकखुर्द तहसील के गांव जिरवाय में चल रही श्रीराम कृष्ण उपाध्याय की कथा के मंच पर पहुंचकर विवादित बयान दिया था। उन्होंने धीरेंद्र शास्त्री और पं. प्रदीप मिश्रा का नाम लेकर कहा था कि उन्होंने धर्म की बड़ी बड़ी दुकान खोल ली है। इस बयान के बाद श्री रामकृष्ण उपाध्याय जी ने कथा करने से मना कर दिया था।

शनिवार को कथा के छठे दिन कथावाचक पंडित रामकृष्ण उपाध्याय गांव मखावद जिला शाजापुर वाले की व्यासपीठ से सोनकच्छ विधानसभा क्षेत्र में अब कभी भी कथा नहीं करने के संकल्प लेने का वीडियो वायरल हो रहा है। इसमें कथावाचक उपाध्याय श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए कह रहे हैं कि इस कथा में मैंने भी एक संकल्प लिया है, जिसे मैं बताना चाहता हूं। इसे आप अन्यथा न लें। यह मेरे मन की पीड़ा है, जिसे उजागर करना विवादित मेरी मजबूरी है। कथा के चौथे दिन 25 मई को विधायक वर्मा के विवादित बयान से जिरवाय चर्चा में आ गया। जिस प्रकार अंतरराष्ट्रीय से स्तर के संत का अपमान हुआ है, मैं व्यासपीठ पर बैठा था तो मेरी अपनी भी जवाबदारी बनती है वह शायद मैंने भी पाप किया है। उसके लिए मैंने कल क्षमा मांगी थी कि मेरी उपस्थित में संतों के लिए अपशब्दों का प्रयोग हुआ है। सोनकच्छ विधानसभा क्षेत्र में अब कभी कथा नहीं करूंगा यह मैंने संकल्प लिया है। इसके लिए मुझे किसी से कोई शिकायत भी नहीं है। पंडितजी ने चर्चा में बताया कि वे क्षेत्र में पिछले करीब 35 साल से कथा कर रहे हैं। साथ ही कहा कि विधायक वर्मा को अपने बयान को लेकर सार्वजनिक मंच से क्षमा मांगना चाहिए।

बागेश्वर धाम के पं. धीरेंद्र शास्त्री और कुबेरेश्वर धाम (सीहोर) के पं. प्रदीप मिश्रा को लेकर दिए विवादित बयान को लेकर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सज्जन सिंह वर्मा ने माफी मांग ली है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और विधायक सज्जन सिंह वर्मा ने बयान जारी कर कहा कि मैं कथावाचक श्रीराम कृष्ण उपाध्याय जी के आदेश से उनकी प्रेरणा से और उनके धर्म मंच से कहे शब्दों के लिए खेद व्यक्त करता हूं और माफी चाहता हूं। मैं अपने शब्दों को सही तरीके से संयोजन नहीं कर पाया। ऐसे में मैं उनके प्रति माफी चाहता हूं।

मैं कुबेरेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पं. प्रदीप मिश्रा जी और बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पं. धीरेंद्र शास्त्री जी के प्रति अगाध श्रद्धा रखता हूं। उन्होंने कहा कि मैं रामकृष्ण उपाध्याय जी से आग्रह करता हूं कि वे अपनी वाणी से श्री रामकथा, श्री भगवत कथा, श्री विष्णुपुराण के माध्यम से धर्म की गंगा बहाते रहें।

आपको बता दे सज्जनसिंह वर्मा ने पहले भी एक बार पण्डित धीरेंद्र शास्त्री के लिये अपमान जनक बात कही थी। बाद में खुद कमलनाथ के साथ बागेश्वर धाम जाकर शास्त्री जी की चरण वंदना कि थी।

Post Author: Vijendra Upadhyay