भाजपा की गुटबाजी दिल्ली तक पहुंची

– सांसद सोलंकी का टिकिट कटवाने में लगे कई भाजपाई

देवास। देवास शाजापुर संसदीय क्षेत्र के सांसद महेंद्रसिंह सोलंकी अपनी शैली को लेकर हमेशा सुर्खियों में रहते हैं। उनकी हिंदूवादी छवि ने जहां उन्हें राजनीति में एक अलग स्थान दिया है, तो उनके संसदीय क्षेत्र अंतर्गत आने वाली विधानसभाओं में उनके हस्तक्षेप ने उनके कई विरोधी भी खड़े कर दिए हैं।

लोकसभा चुनाव में अब कुछ ही समय शेष है और सांसद सोलंकी का टिकट लगभग तय ही माना जा रहा है। ऐसे में विरोध गुट ने उनका टिकट कटवाने के लिए आलाकमान तक उनकी शिकायतों का एक पुलिंदा बनाकर भेजा है।

मौजूदा हिंदूवादी छवि वाले सांसद महेंद्र सिंह सोलंकी जहां एक ओर अपनी टिकट के प्रति पूरी तरह आश्वस्त है। वहीं दूसरी ओर सांसद विरोधी गुट उनकी टिकट कटवाने में जुट गया है। इसके लिए पूरे संसदीय क्षेत्र से कई पत्र लिखवाकर भाजपा कमान को भेजे गए है। पत्र लिखने वालों में विधायक, पूर्व विधायक, महापौर, पूर्व महापौर, सभापति, पूर्व सभापति, जिला पंचायत अध्यक्ष, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष, पूर्व जिला पंचायत उपाध्यक्ष, पार्षद, पूर्व पार्षद, जिला पंचायत एवं जनपद पंचायत के सदस्य, नगर परिषद के पदाधिकारी सहित संगठन के विभिन्न पदों पर बैठे पदाधिकारी शामिल है।

बताया जा रहा है कि इस अभियान का नेतृत्व पवार गुट कर रहा है। इस अभियान में विरोधी गुट को कितनी सफलता मिलती है, यह तो आगामी दिनों में पता चलेगा, किंतु यह पता चल गया है कि भाजपा दो खेमे में बंटी हुई है। एक खेमा सांसद महेंद्र सिंह सोलंकी को पुनः सांसद के रूप में देखना चाहता है, तो दूसरा खेमा सांसद की रवानगी चाहता है। अब देखना है कि इन दोनों खेमों के बीच चल रही जंग में कौन बाजी मारता है।

हालांकि इस संबंध में भाजपा जिलाध्यक्ष राजीव खंडेलवाल का कहना है कि इस तरह के अभियानों से कुछ नहीं होगा। भाजपा आलाकमान को ऐसे अभियान अमान्य है। किसी भी व्यक्ति को अपनी बात रखना है, तो वह सीधे भाजपा प्रदेशाध्यक्ष या संगठन महामंत्री के समक्ष बात रख सकता है। मेरे पास तरह का कोई शिकायती पत्र नहीं आया है। शिकायती पत्र कौन लिख रहा है और कौन लिखवा रहा है, इस बात की भी जानकारी नहीं है। यदि ऐसा हो रहा है, तो गलत है।

सोशल मीडिया पर पोस्ट, फिर डिलीट

सांसद सोलंकी ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट डालकर वे स्वीकार किया कि हजारों की संख्या में नही कुल 127 ही पत्र शिकायत के रूप में गए हैं। हालांकि वह पोस्ट तुरन्त डिलीट भी कर दी गई, लेकिन सोशल मीडिया पर इस पोस्ट का स्क्रीन शाट बना लिया गया है जो विरोधियों के पास है। हालांकि सांसद गुट का कहना है कि यह केवल काग्रेस की की साजिश है। भाजपा में सब एक परिवार है। विरोधी लोकसभा चुनाव के पहले बौखला रहे हैं और वह जानते हैं कि लोकसभा में कुछ नहीं कर पाएंगे इसीलिए वह इस विषय को हवा दे रहे है। जबकि कांग्रेस नेताओं का कहना है कि सांसद सोलंकी को उनकी ही पार्टी के लोग स्वीकार नहीं कर पा रहे हैं। ऐसे में उनका कांग्रेस पर आरोप लगाना सरासर गलत है। पहले उन्हें अपनी ही पार्टी के लोगों को संतुष्ट करना पड़ेगा।

Post Author: Vijendra Upadhyay