देवास की बेटी आकांक्षा बनी देश की शान
15 साल की उम्र में 8 बार नेशनल जूडो प्रतियोगिता में हिस्सा लेकर रचा इतिहास
“खेलो इंडिया विमेंस लीग” में कांस्य पदक जीतकर बेटियों के लिए बनी प्रेरणा
एसपी देवास श्री पुनीत गेहलोद ने की मुलाकात,उज्जवल भविष्य के लिए दी शुभकामनाएं
देवास। जिले की होनहार बेटी आकांक्षा श्रीवास्तव ने महज 15 वर्ष की उम्र में खेल जगत में अद्वितीय उपलब्धियां हासिल कर जिले और राज्य का नाम रोशन किया है । आकांक्षा पिता सुमित कुमार श्रीवास्तव उम्र 15 वर्ष निवासी अष्टविनायक नगर देवास एक कुशल जूडो खिलाड़ी हैं जिन्होंने अब तक 8 बार राष्ट्रीय स्तर पर नेशनल गेम्स में देवास का प्रतिनिधित्व किया है । उनके शानदार प्रदर्शन के चलते उन्हें “खेलो इंडिया विमेंस लीग” में भाग लेने का अवसर मिला,जहाँ उन्होंने ब्रॉन्ज मेडल (कांस्य पदक) जीतकर अपनी मेहनत और लगन का लोहा मनवाया । वर्तमान में आकांक्षा का चयन SAI Center NCOE, भोपाल में हुआ है जहाँ वे पिछले एक वर्ष से प्रशिक्षण प्राप्त कर रही हैं । वहाँ उन्हें कोच श्री अमित विग मार्गदर्शन दे रहे हैं । देवास में प्रशिक्षण के दौरान उन्हें श्री आतिश माली ने प्रारंभिक कोचिंग दी,जिनकी भूमिका आकांक्षा की सफलता में अहम रही है ।
आज दिनांक 25 अगस्त 2025 को देवास के पुलिस अधीक्षक श्री पुनीत गेहलोद ने आकांक्षा से भेंट की और उनके खेल जीवन के अनुभवों व आगे की योजनाओं पर चर्चा की । उन्होंने आकांक्षा को उज्जवल भविष्य के लिए शुभकामनाएं देते हुए कहा कि “ऐसी बेटियाँ हमारे समाज की असली शक्ति हैं । आकांक्षा ने यह सिद्ध कर दिया है कि मेहनत, समर्पण और आत्मविश्वास से बेटियाँ हर क्षेत्र में आगे बढ़ सकती हैं।”
पुलिस अधीक्षक महोदय ने जिले की सभी बालिकाओं से अपील की कि वे भी आकांक्षा से प्रेरणा लें और किसी भी क्षेत्र में आगे बढ़ने से न डरें । देवास पुलिस ऐसे होनहार युवाओं को सदैव प्रोत्साहित करती रहेगी।