लव जिहाद वाले प्रेम के बीच कबीर के ढाई आखर की जरूरत कहा पुलिस कप्तान अन्शुमान सिंह ने

( मोहन वर्मा – 9827503366 )

मालवा के ख्यात कबीर गायक पदमश्री प्रह्लाद सिंह टिपानिया की अगुवाई में सदगुरु स्मारक सेवा समिति लुनियाखेड़ी द्वारा प्रतिवर्ष निकली जाने वाली मालवा कबीर जन चेतना यात्रा आज दूसरे दिन देवास पहुंची जहाँ सेकड़ों की संख्या में उपस्थित कबीरप्रेमियों ने यात्रा का स्वागत किया.इस अवसर पर देशभर से आये ख्यातनाम कबीर गायकों ने अपनी गायकी से श्रौताओं को भावविभोर कर दिया.

मल्हार स्मृति मंदिर सभागार में कार्यक्रम की शुरुवात दीप प्रज्जल्वन से की गई.मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित पुलिस अधीक्षक अन्शुमानसिंह,यात्रा संयोजक प्रह्लादसिंह टिपानिया,कैलाश सोनी एवं कलाकारों द्वारा दीप प्रज्जल्वित किया गया.इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक अन्शुमान सिंह ने कहा कि आज लव जिहाद वाले प्रेम के बीच में कबीर के ढाई आखर गुम होने लगे है ऐसे में कबीर की बानी और उनके नाम की अलख जगाए रखना जरूरी हो गया है और इस तरह की यात्रा पूरे साल होती रहनी चाहिए.

कार्यक्रम की शुरुवात दिल्ली से आये युवा कलाकार अंकित चड्डा ने की जिन्होनें किस्सागोई और दास्ताँ शैली में कबीर के जीवन के अनछुए पहलुओं को एकल अभिनय के द्वारा आकर्षक शैली में प्रस्तुत किया. सत्य और कहानी की कहानी के जरिये अंकित ने कहा आज लोगों को सत्य स्वीकार नही है उन्हें कहानी चाहिए कबीर की कहानी में ही कबीर की बानी है .

अंकित की मनलुभावन प्रस्तुति के बाद यात्रा संयोजक पदमश्री प्रहलादसिंह टिपानिया ने दो भजनों की प्रस्तुति दी, पश्चात् बिंदु मालिनी बेंगलुरु,वेदांत भारद्वाज चेन्नई, और श्रुति विश्वनाथ पुणे के साथ अजय टिपानिया लुनियाखेडी ने अपनी प्रस्तुति दी. श्रुति ने “हमन है इश्क मस्ताना,हमन को होशियारी क्या:से अपने गायन की शुरुवात की, इसके बाद वेदान्त भारद्वाज ने “हम परदेसी बाबा” और उसके बाद “हिरना..समझबूझ कर चलना” को सामूहिक रूप से प्रस्तुत किया गया..कार्यक्रम का समापन बिंदु मालिनी द्वारा प्रस्तुत भैरवी..”भोला मन जाने अमर मेरी काया” से हुआ. कार्यक्रम सञ्चालन मोहन वर्मा ने किया

Post Author: Vijendra Upadhyay

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