हंगामेदार रही नगर निगम परिषद की बैठक

हंगामेदार रही नगर निगम परिषद की बैठक

नगर निगम की बैठक में हुई तीखी बहस; सभापति बोले- परिषद कोई अखाड़ा नहीं

देवास। लंबे समय बाद बुधवार को आयोजित हुई देवास नगर निगम परिषद की बैठक हंगामेदार रही। बैठक के दौरान एक महिला पार्षद ने जब सफाई कर्मचारियों से संबंधित सवाल सभापति व संबंधित अधिकारी से किया। जिसका जवाब विभाग के एमआईसी सदस्य ने देना चाहा, लेकिन उसी बीच एक और एमआईसी सदस्य ने महिला पार्षद का समर्थन किया। इसी बात को लेकर दोनों एमआईसी सदस्यों के बीच जमकर तीखी बहस हो गई। बाद में महापौर प्रतिनिधि, सांसद प्रतिनिधि व अन्य ने समझाइश दी व मामला शांत कराया। दरअसल भाजपाई पार्षद ऋतु सवनेर द्वारा सफाई कर्मचारियों से संबंधित मुद्दा उठा रही थीं। तब एमआईसी सदस्य धर्मेंद्रसिंह बैस ने उनकी बात को बीच में काटा। तब सवनेर ने उन्हें बोलने देने की बात कही, तो बैस नाराज हो गए। इस पर एमआईसी सदस्य अजय तोमर ने सवनेर का पक्ष लिया। इस पर दोनों एमआईसी सदस्यों के बीच तीखी बहस हो गई। स्थिति को संभालने के लिए पास में बैठे एमआईसी सदस्य गणेश पटेल आए गए, लेकिन मामला लगातार बिगडऩे लगा और दोनों एमआईसी सदस्यों के बीच जमकर बहस होने लगी। इस पर महापौर प्रतिनिधि दुर्गेश अग्रवाल, सांसद प्रतिनिधि राजेश यादव व नेता सत्तापक्ष मनीष सेन को बीचबचाव करने आना पड़ा। वहीं सभापति रवि जैन भी अपनी कुर्सी से बार-बार सदस्यों को शांत रहने का बोलते रहे। सभापति ने तो यहां तक कह दिया कि परिषद कोई अखाड़ा नहीं है और पार्षदों को तय करना होगा कि उन्हें किससे जवाब चाहिए। सबको अपना पक्ष रखने का मौका दिया जाएगा। कुल मिलाकर आज भाजपाई परिषद में भाजपा पार्षदों के बीच हुई तीखी झड़प शहर भर में चर्चा का विषय बनी रही। विवाद के वीडियो भी सोशल मीडिया पर काफी प्रसारित हुए और लोगों की तरह-तरह की प्रतिक्रिया सामने आई।
इस संबंध में एमआईसी सदस्य व भाजपाई पार्षद अजय तोमर ने कहा कि धर्मेंद्र बैस हमारे साथी है। अगर कोई पार्षद बात करता है तो पूरी बात रखने दी जानी चाहिए, क्योंकि वार्ड की जनता पार्षदों से सवाल करती है। बैस द्वारा महिला पार्षद ऋतु सवनेर को बैठाना गलत लगा, इसलिए मुझे हस्तक्षेप करना पड़ा। वहीं धर्मेंद्रसिंह बैस ने कहा कि ऋतु सवनेर ने सवाल किया था, उनके सवाल पर मैंने जवाब भी दिया, लेकिन वह मेरे जवाब से संतुष्ट नहीं थी। मैंने अधिकारियों से कहा कि इनके सवाल का जवाब दो। अधिकारी जवाब देने लगे तो, उसी बीच हमारे साथी अजय तोमर भी खड़े हो गए। मैंने उन्हें कहा कि कमिश्नर जवाब दे रहे हैं, तो वे गुस्सा हो गए थे।
इस पूरे मामले को लेकर भाजपाई महिला पार्षद ऋतु सवनेर ने बताया कि विवाद की स्थिति बनना ही नहीं चाहिए थी। मेरी आयुक्त से चर्चा चल रही थी। कर्मचारियों की संख्या को लेकर सवाल किया था। कर्मचारियों की संख्या अधिक है और हमें कम बताई जा रही है। कही ना कहीं निगम से राजस्व जाता है। कर्मचारियों को भुगतान होता है, ये देखना हमारा दायित्व है। एमआईसी सदस्य धर्मेंद्रसिंह बैस को हमेशा ही महिलाओं के बोलने से परेशानी होती है, पता नहीं क्यों?। इसी बात को लेकर उन्होंने हंगामा किया, वो अनावश्यक था और कोई बात नहीं है। मेरा धर्मेंद्र बैस को कहना है कि महिला सशक्त है, उन्हें बोलने दिया जाए। निगम में चुनाव जीत कर आए है, कोई कठपुतली नहीं है। हमारी भी अपनी सोचने, समझने व काम करने की शक्ति है, उसे अपने हिसाब से काम करने दें।

Post Author: Vijendra Upadhyay