मोहन वर्मा, देवास
—————————————————————————
देवास. अक्टोबर 14 में देवास के एक युवक का अपहरण करने और उसकी हत्या करने के आरोप में पुलिस ने पांच अपराधियों को गिरफ्त में लिया है पिछले तीन बरस से अनसुलझे इस हत्याकांड के आरोपियों के कबूलनामे के अनुसार युवक की हत्या रायसेन के जंगल में ले जाकर की गई थी और लाश को भी वहीं फेंक दिया गया था.
ये वारदात पत्नी को गलत निगाह से देखने पर पति ने अपने साथियों के साथ मिलकर की थी
देवास पुलिस अधीक्षक अन्शुमान सिंह द्वारा आज पत्रकार वार्ता में किये गये खुलासे के अनुसार 17 अक्टोबर 14 को शहर से सटे ग्राम मेंढकी चक का निवासी धर्मेन्द्र पिता ओमप्रकाश कुमावत उम्र 24 वर्ष, अपनी कार क्रमांक एमपी 09 सीएल 7522से किराने का सामान लेने का कहकर बाज़ार गया था, जिसके वापस नहीं आने पर पिता द्वारा औधौगिक क्षेत्र थाने पर गुमशुदगी दर्ज करवाई गई थी.घटना के तीन दिन बाद धर्मेन्द्र की कार भोपाल के अशोका गार्डन के सामने मिलने पर जप्त की गई थी, और उसके एक सप्ताह बाद 27 अक्टोबर 14 को धर्मेन्द्र का शव रायसेन जिले के सुल्तानपुर थाना अन्तेर्गत जंगल में मिलने पर सुल्तानपुर में मार्ग कायम किया गया था.
शव के डीएनए परीक्षण में लाश देवास के धर्मेन्द्र की होने की पुष्टि के बाद देवास के औधौगिक क्षेत्र थाने पर अज्ञात आरोपी के खिलाफ अपराध क्रमांक 980/14.11.14 को धरा 302 में प्रकरण पंजीबध्ह कर विवेचना की गई किन्तु अपराधियों का कोई सुराग हाथ नही लगा.इस बीच मुखबीर से सूचना प्राप्त हुई कि गाँव के जितेन्द्र गोस्वामी को आख़री बार धर्मेन्द्र के साथ देखा गया था और जितेन्द्र की तलाश करने पर फरार होना पाया गया.
इस बीच सूचना मिली कि जितेन्द्र गोस्वामी गाँव में ही है और बातचीत में उसने लोगो को कहा कि धर्मेन्द्र उसकी पत्नी को गलत निगाहों से देखता था इसलिए उसने अपने साथियों के साथ मिलकर उसका अपहरण किया और फिर हत्या कर दी.पुलिस द्वारा साक्ष्य एकत्रित कर जितेन्द्र को गिरफ्त में लिया गया जिसमे जितेन्द्र ने अपना जुर्म कबूल करते हुए बताया कि किस तरह उसने अपने साथी संदीप यादव को साथ में लेकर रस्ते से धर्मेन्द्र का अपहरण किया और सारंगपुर ले जाकर धर्मेन्द्र के मोबाईल से उसके पापा से रुपयों की मांग की.साथ ही उसका पर्स निकलकर उसमे रखे 14000 निकल लिए जो साथियों के साथ खर्च कर दिए और देवास लौट आया
जितेन्द्र द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार उसके साथ अपराध में शामिल संदीप पिता बनेसिंह यादव, 607 ढांचा भवन विकास नगर देवास,राजा उर्फ़ राजेश पुरी पिता दिनेश्पुरी ग्राम ढोक्नी थाना सारंगपुर,रामबाबू पिता मांगीलाल बलाई ग्राम ढोक्नी थाना सारंगपुर,तथा दुर्गा पिता बक्शुलाल तंवर निवासी पाडल्या जिला राजगढ़ ने मिलकर धर्मेन्द्र को सुल्तानपुर थाना अन्तेर्गत जंगल में ले जाकर उसका रस्सी से गला घोटकर तथा पत्थरों से सिर कुचलकर हत्या करना कबूल किया है.पुलिस ने मुख्य आरोपी जितेन्द्र गोस्वामी के साथ अन्य आरोपियों को भी धरदबोचा है जिन्होंने अपहरण और हत्या में शामिल होने के साथ ही साक्ष्य मिटाने के काम को अंजाम दिया था. पुलिस के अनुसार सभी आरोपी आदतन अपराधी होकर उनपर अलग अलग थानों में कई अपराध पंजीबद्ध है.
पुलिस अधीक्षक अंशुमान सिंह के निर्देशन में अति.पुलिस अधीक्षक अनिल पाटीदार,नगर पुलिस अधीक्षक टी एस बधेल, औधौगिक क्षेत्र थाना प्रभारी एसपीएस सिंह राघव,थाना प्रभारी कोतवाली राजीव सिंह भदौरिया,द्वारा अपनी टीम के उप निरीक्षक श्रीराम वर्मा,पीडी यादव,राजेश पटेल,श्रीराम यादव,ईश्वर मंडलोई, पिंकू,शैलेन्द्र राणा,तेज्कर्ण,तेजसिंह, तथा क्राईम ब्रांच के दिनेश राठोर,मनोज पटेल,मानसिंह झाला,जावेद खान,देवेन्द्र,धर्मेराज,तथा सायबर सेल के शिव कुमार,तथा टीकम सिंह द्वारा लम्बे समय से अनसुलझी इस गुत्थी को सुलझाने में सराहनीय भूमिका के लिए पुरस्कृत करने की घोषणा की है.