प्रधानमंत्री आवास योजना में एक ही आदमी पर 7 मकान लेने का आरोप

-तत्कालीन उपयंत्री शाहिद अली पर भी लगे थे आरोप

देवास। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री आवास योजना हर गरीब को अपना मकान देने की योजना बनाई और इस योजना पर अब तक सरकार ने करोड़ों-अरबों रुपये खर्च कर दिये, किंतु दलालों व अधिकारियों की सांठगांठ के चलते इस योजना का पात्र लोग लाभ नहीं उठा पाए, बल्कि अपात्र लोगों ने इसका भरपूर लाभ उठाया।
देवास के चाणक्यपुरी के समीप नगर निगम द्वारा बनाई गई मल्टियों में मकान आवंटन को लेकर पहले ही दिन से सवाल उठने लगे थे और तत्कालीन उपयंत्री शाहिद अली पर पक्षपात के भी आरोप लगे थे। हालांकि उस समय मामले में लीपापोती कर दी गई थी, किंतु अब भाजपा पिछड़ा वर्ग मोर्चा जिलाध्यक्ष जुगनू गोस्वामी ने एक बार फिर इस मामले को उठाया। इतना ही नहीं पिछड़ा वर्ग मोर्चा की टीम ने मल्टी के हर घर पर जाकर सर्वे किया और यह पता लगाने का प्रयास किया कि आखिरकार जो परिवार घर में रहते हैं, वे घर उनका है या फिर किराये पर ही चल रहे है। इस प्रारंभिक सर्वे में यह बात सामने आई है कि एक ही व्यक्ति ने अलग-अलग नाम पर 7 प्रारंभ मकान आवंटित करवा रखे है। ऐसे कर एक-दो नहीं कई लोग है, जिन्होंने दो या इससे अधिक मकान आवंटित करवा रखे है। इसमें कई भाजपा नेता भी शामिल है। यदि पूरे मामले की पारदर्शिता से जांच हुई तो कई नेता व पूर्व पार्षद भी बेनकाब हो जाएंगे। उधर गोस्वामी ने इस पूरे मामले की शिकायत निगम आयुक्त विशाल सिंह को करते हुए जांच की मांग की है।

-जिन लोगों ने मकान किराये पर दिए उनका आवंटन होना चाहिए निरस्त
आवंटन मामले में धांधली उजागर होने के बाद अब मांग उठने लगी है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस योजना का क्रियान्वयन इसीलिए किया था कि जो परिवार किराये के मकान में निवास करते है, उनका खुद का मकान हो जाए और वह अपने मकान में रहने लगे, किंतु दुर्भाग्य रहा कि जो लोग किराये मकान में रह थे, उन्हें मकान नहीं मिले और बड़े-बड़े मकानों में निवास करते थे, उन लोगों ने यहां पर मकान हथिया लिये और अब उन मकानों को किराये से दे दिये है। ऐसे लोगों के आवंटन निरस्त होना चाहिए, जिन्होंने गरीबों के हक पर डाका डाला है।

Post Author: Vijendra Upadhyay