देवास। बैंक नोट प्रेस में राजभाषा प्रज्ञान व्याख्यानमाला के अंतर्गत डॉ विकास दवे निदेशक साहित्य अकादमी मध्यप्रदेश शासन का व्याख्यान आयोजित किया गया। बीएनपी जनसंपर्क अधिकारी संजय भावसार ने बताया कि इस व्याख्यानमाला में भारतीय मूल्य , संस्कृति और जीवन प्रबंधन पर डॉ विकास दवे द्वारा व्याख्यान दिया गया।
डॉ दवे ने अपने सम्बोधन में बताया कि भारतीय जीवन मूल्य में संयुक्त परिवार की अवधारणा सबसे ज्यादा मजबूत स्तंभ रही है। डॉ दवे ने उदाहरण देते हुए बताया कि ब्रिटेन की प्रधानमंत्री बरसों पहले जब भारत आई थीं तब उन्होने भारत के एक संयुक्त परिवार में एक रात्रि विश्राम करने की इच्छा जताई थी और उन्होने राजस्थान के एक संयुक्त परिवार में रात्रि विश्राम किया भी था। आगे उन्होने कहा कि हमें बच्चों को भी अभी से माता-पिता की अच्छी बातों को लिखने के संबंध में प्रेरित करना चाहिए और नौकरी के तनाव को कभी भी घर पर नहीं ले जाना चाहिए जिससे कि जीवन प्रबंधित हो सके। इसके पूर्व बी एन पी के महाप्रबंधक अशोक कुमार अरोरा ने डॉ दवे के आगमन पर कृतज्ञता अर्पित करते हुए कहा कि आज के भाग दौड़ से भरपूर जीवन में डॉ दवे के व्याख्यान से जीवन की कई बिखरी हुई कडिय़ा जोडऩे में सहायता प्राप्त होगी जिससे जीवन प्रबंधित होगा।
इस अवसर पर श्री अरोरा द्वारा उन्हें स्मृति-चिन्ह भी दिया गया। कार्यक्रम का विषय प्रवर्तन और संचालन संजय भावसार द्वारा किया गया और आभार प्रदर्शन पुष्पेंद्र पाल सिंह द्वारा किया गया। कार्यक्रम में के एन महापात्रा, दिगंत कुमार डेका अपर महाप्रबंधकद्वय, सुनील कुमार यादव, संयुक्त महाप्रबंधक और समस्त कार्यपालकगण उपस्थित थे।