जिले की जनपदों में भाजपा का हुआ सूपड़ा साफ

– हम कांग्रेस से नहीं अपनों से हारे है : भाजपा जिलाध्यक्ष

देवास। सत्ताधारी दल भाजपा का त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में देवास जिले में सुपड़ा साफ हो गया है। यहां पर 6 जनपद पंचायतों में से 5 पर कांग्रेस ने कब्जा कर लिया है। जबकि एक जनपद पर निर्दलीय ने बाजी मारी है। हालांकि इस निर्दलीय को भाजपा अपना अध्यक्ष बता रही है, किंतु अध्यक्ष ने अभी तक अपना मुंह नहीं खोला है। यदि यह निर्दलीय है तो फिर साफ हो जाएगा कि भाजपा जनपदों में अपना खाता भी नहीं खोल पाई है। शुक्रवार को जिला पंचायत को अध्यक्ष व उपाध्यक्ष का भी चुनाव होना है और संख्या बल के आधार पर जिला पंचायत भी कांग्रेस की झोली में जा सकता है।
गौरतलब है कि गुरुवार को देवास जिले की सोनकच्छ, टोंकखुर्द व खातेगांव जनपद में अध्यक्षा, उपाध्यक्ष के चुनाव हुए थे। सुबह से ही इन तीनों स्थान पर चुनाव को लेकर सरगर्मी का माहौल था और दोनों प्रमुख राजनीतिक दलों के नेताओं ने जनपद पंचायतों के बाहर जमावड़ा लगा रखा था। सोनकच्छ में तो भीड़ को देखते हुए बड़ी मात्रा में पुलिस बल तैनात करना पड़ा था। गुरुवार को हुए निर्वाचन के दौरान सोनकच्छ जनपद में कांग्रेस समर्थित सूरजसिंह ठाकुर अध्यक्ष व कृष्णा बाई मदनसिंह धाकड़ उपाध्यक्ष चुन लिए गए। इसी तरह टोंकखुर्द जनपद में कांगेस के पोपसिंह अध्यक्ष व पूजा रोहितसिंह चांदना उपाध्यक्ष चुनी गई है। वहीं खातेगांव जनपद में कांग्रेस समर्थित श्रीमती सलिता पति मिराब बिलोदा अध्यक्ष व मनीष पटेल उपाध्यक्ष चुने गए है। इस तरह तीनों ही जनपदों में कांग्रेस ने कब्जा कर लिया है। इसके पूर्व बुधवार को हुए देवास, कन्नौद व बागली जनपद में भी अध्यक्ष, उपाध्यक्ष का निर्वाचन हुआ था। इनमें से देवास जनपद में भाजपा का बहुमत होने के बावजूद भी कांग्रेस ने कब्जा जमा लिया था और बागली में भी कांग्रेस का अध्यक्ष, उपाध्यक्ष कांग्रेस के बने है। जबकि कन्नौद में कांग्रेस के सहयोग से निर्दलीय प्रत्याशी ने बाजी मार ली थी। यहां पर उपाध्यक्ष कांग्रेस का बना है। 

हम कांग्रेस से नहीं अपनों से हारे है : भाजपा जिलाध्यक्ष

चुनाव के पूर्व जिला पंचायत व जिले की 6 जनपदों पर भाजपा का कब्जा होने का दावा करने वाले भाजपा जिलाध्यक्ष राजीव खंडेलवाल अब यह कह रहे है कि हम कांग्रेस से नही हारे है, बल्कि अपनों से ही हार गए है। जिन सदस्यों ने भाजपा के साथ विश्वासघात किया है, उनकी जानकारी मंडल अध्यक्षों के माध्यम से बुलवाई जा रही है। यह पूरी जानकारी भाजपा प्रदेशाध्यक्ष तक पहुंचाई जाएगी और ऐसे लोगों के खिलाफ पार्टी के संविधान के अनुरूप कार्यवाही की जाएगी। जिला पंचायत में हमारे पास संख्या बल कम है, किंतु फिर भी हम अपने विधायकों, सांसद व अन्य नेताओं के सहयोग से उम्मीदवार उतारेंगे। 

Post Author: Vijendra Upadhyay