
– राष्ट्र गीतों की अभिनव प्रस्तुति से श्रोता हुए भाव विभोर
शहीदों के परिजन की आंखों से झलके आंसू
देवास। महान क्रांतिकारी अमर सरदार भगतसिंह, राजगुरु एवं सुखदेव की महान शहादत के दिन 23 मार्च को प्रतिवर्षानुसार संस्था अभिरंग ने जय हिंद अकादमी के माध्यम से मल्हार स्मृति मंदिर में शौर्य गाथा समारोह के आयोजन में देवास जिले के 5 अमर शाहिद वीर सपूत शहीद जागेश्वर धाकड़ बरोठा, शहीद मुकेश पटेल चिड़ावद, शहीद जितेंद्र जलोदिया धतुरिया, शहीद पवन कार्पेंटर सिरोलिया, एवं शहीद शिवपाल सिंह राठौड़ सरोला के परिजन एवं मालवा प्रांत के 57 भारतीय सेना के पराक्रमी भूतपूर्व सैनिकों एवं पदस्त साहसी सैनिकों का सम्मान किया। संस्था संरक्षक आनंद कोठारी व आयोजक मण्डल के रॉयल सेल्स ग्रुप संचालक अजय बरगोदिया ने बताया की कार्यक्रम में सुर मंदिर इवेंट संचालक गौतम गड़ोंइया के संगीत निर्देशन में गायक जितेंद्र शर्मा, मीनाक्षी सरगम,प्रीतम सेंधालकर एवं अर्जुन बेलावत ने राष्ट्र भक्ति गीत मेरा रंग दे बसंती चौला, सन्देसे आते हैं जैसे देशभक्ति गीतों से समा बांधा वही चित्रकार अंतिम राठौड़ नद्वारा ग्लिटर आर्ट लाइव शो के माध्यम से शहीद भगत सिंह, राजगुरु एवं सुखदेव का जीवंत चित्र बनाने से कार्यक्रम में राष्ट्रीय वातावरण गुंजायमान होने लगा।

कार्यक्रम में बतौर अतिथि म प्र केश शिल्पी बोर्ड केबिनेट मंत्री दर्जा नंदकिशोर वर्मा, हरिद्वार कृष्णयान गोशाला प्रमुख स्वामी अच्युतानंद महाराज, आलइंडिया रेडियो एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ हरि कुलकर्णी (नासिक) , एक्स सर्विस मैं वेलफेयर सोसायटी के प्रदेश अध्यक्ष संतोष शर्मा (आष्टा)भाजपा जिला अध्यक्ष राय सिंह सेंधव महापौर प्रतिनिधि दुर्गेश अग्रवाल ,सभापति रवि जैन, वरिष्ठ पत्रकार एडवोकेट अनिलराज सिंह सिकरवार, विधायक प्रतिनिधि भरत चौधरी, पार्षद दीपक अकोदिया अर्जुन चौधरी , वरिष्ठ नागरिक संस्था के गंगासिंह सोलंकी ने महान शहीदों को पुष्पांजलि अर्पित कर दीप प्रज्वलन किया। अतिथियों का स्वागत संस्था अभिरंग के उपाध्यक्ष एवं नरेंद्र मोदी विचार मंच के प्रांतीय अध्यक्ष आशीष विश्वकर्मा व सदस्य नरेंद्र मालवीयभगवान सिंह कच्छावा, चंचल गवाड़े, संदीप बैरागी, सचिन सोलंकी, नेहा राजपूत भावी त्रिवेदी सपना कारपेंटर सत्येंद्र योगी अनुज श्रीवास, ने अतिथियों का स्वागत किया । कार्यक्रम का संचालन चेतन उपाध्याय एवं राधिका निगम ने किया व आभार बसंत वर्मा , अश्विन आशापूरे ने माना।