राजस्थान के जोधपुर जिले से 100 किलोमीटर दूर के रहने वाले श्री राणाराम विश्नोई (खीचड़) जी को भले आज की युवा पीढ़ी नहीं जानती हो पर उन्होंने वो कर दिखाया जो आने वाली पीढ़ियों के लिए प्राणदायक है ।
विश्नोई जी की अभी उम्र 70 साल को हो गई है पर पिछले 50 साल में उन्होंने 35,000 से अधिक पेड़ लगा कर रेगिस्थान को हरित बना दिया ।
विश्नोई जी ने बताया की धीरे धीरे पेड़ खत्म हो रहे थे तो उनमे मन में पीड़ा हुई और सोचा की अगर ऐसे ही चलता रहा तो आने वाले समय में साँस लेना भी मुश्किल हो जाएगा तो उन्होंने प्रण करके पेड़ लगाने शुरू किए पर आस पास पानी नहीं होने से पेड़ लगने मुश्किल थे तो उन्होंने घड़ा कंधे पर उठाया और सुदूर कुँए से पानी लाकर पेड़ो को देना शुरू किया आज वो 35 हजार से अधिक पेड़ लगा कर बड़े कर चुके और प्रयास जरी है साथ ही रेगिस्थान फिर से हरियाली में बदल चूका है ।
आज के दौर में राणाराम जी हमारे प्रेरणास्रोत बनकर खड़े है , जरूरत है हम 2 पेड़ ही लगा कर बड़ा कर दे ।