पुलिस बिल्ली को 24 घँटे में ढूंढ लेती है, पर इंसान को क्यो नही ढूंढ पाती?

पूछता है देवास

– एक महीने बाद भी नहीं मिला युवक, भाई ने की शिकायत ऑनलाइन सट्टे का हुआ शिकार

देवास। शहर में कुछ दिन पूर्व एक बिल्ली खो गई थी जिसकी जिसे देवास पुलिस ने 24 घण्टे के भीतर ही ढूंढ निकाला था। और तमाम मीडिया, सोशल मीडिया में वाहवाही लुटा ली थी।

वही दूसरी ओर हाटपिपल्या निवासी सचिन पिता अशोक परमार को गायब हुए एक महीने से अधिक हो चुका है, लेकिन पुलिस उसका अब तक पता नहीं लगा पाई।

सचिन हाटपिपल्या के वार्ड क्रमांक 2 चंद्रवाल कॉलोनी का निवासी है। जो अपना गुजरा सिलाई का काम कर करता था। जो घर पर काम के सिलसिले में जाने का बोल कर 30 जून को निकला था। जो आज तक गायब है।
 
सचिन के भाई आनंद परमार ने जनसुनवाई में शिकायत की है कि सचिन गलत संगत में आकर ऑनलाइन मोबाइल गेमिंग का सट्टा खेलने लगा था। जिसके कारण उसके ऊपर कर्जा हो गया था। लेनदार लोग उसके ऊपर दबाव बना रहे थे जिस कारण से वह परेशान रहता था।

सचिन के गायब होने के बाद जब परिजनों ने जानकारी निकली तो पता चला कि हाटपिपल्या में मोबाइल गेम पर कई स्थानों पर मोबाइल सट्टे का कारोबार फैला हुआ है। जानकारी यही भी मिली है कि इसमें कई दबंग लोग शामिल हैं। सचिन भी इसी में फस गया था और लेनदारओं के कारण कहीं उसका अपहरण तो नहीं हो गया। कही उसके साथ कोई अनहोनी की घटना तो नही हो गई है। सचिन के भाई ने इन बिंदुओं पर जांच करने की मांग की है।

क्षेत्रीय विधायक मनोज चौधरी ने भी थाना प्रभारी को सभी ऑनलाइन सट्टा चलाने वालो पर सख्त कार्यवाही करने ओर पुलिस टीम बना कर सचिन को जल्द ढूढ़ने का निर्देश दिया।

Post Author: Vijendra Upadhyay