मंडी धर्मशाला में धूमधाम से संपन्न हुआ शिव विवाह

देवास। स्थानीय मंडी धर्मशाला में 108 भागवत के अंतर्गत पंडित मयंक व्यास ने व्यासपीठ से ध्रुव चरित्र का बहुत सुंदर वर्णन किया। व्यास जी ने कहा कि भगवान ध्रुव जब बालक थे तो उनको उनके पिता की गोद में बैठने का अवसर नहीं मिलने से दुखी होकर वे तपस्या करने लगे। पूरे विश्व की प्राणवायु रूक गयी उनकी तपस्या से भगवान ने प्रसन्न होकर तारामंडल में उनको उच्च स्थान दिया। उसके पश्चात अर्पित अग्रवाल एवं खुशबु अग्रवाल शिव पार्वती का रूप धारण कर पांडाल में पहुंचे। जिससे पूरा पंाडाल भोलेनाथ के जयकारों से शिवमय हो गया। माता पार्वती ने भगवान शिव के गले में वरमाला डालकर शिवजी का वरण किया। अधिक मास को ग्यारस के दिन सैकडों महिलाओं ने ठाकुरजी का तुलादान किया। 108 पंडित अलग अलग भागवत कथा का मूल पाठ का पारायण कर रहे हैं। मुख्य यजमान मांगीलाल अग्रवाल ने बताया कि आज 13 अगस्त रविवार को श्रीकृष्ण जन्मोत्सव मनाया जाएगा। सभी धर्मप्रेमी जनता से अनुरोध है कि अधिक से अधिक संख्या में पधर कर पुण्य लाभ प्राप्त करें।

Post Author: Vijendra Upadhyay