शताब्दी वर्ष पर दिखा अनुशासन और संगठन का अद्भुत नज़ारा
विजयादशमी पर देवास में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का विराट पथ संचलन
देवास। विजयादशमी के अवसर पर गुरुवार को देवास शहर ने एक ऐतिहासिक दृश्य देखा, जब राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का विशाल पथ संचलन नगर के मुख्य मार्गों से गुज़रा। यह अवसर और भी खास रहा क्योंकि संघ अपने शताब्दी वर्ष में प्रवेश कर चुका है। इसी उपलक्ष्य में अलग-अलग स्थानों पर होने वाले संचलनों की जगह इस बार पूरे नगर का एक ही संयुक्त और विराट जुलूस निकाला गया, जिसने देवास के जनमानस को आकर्षित किया।
हजारों स्वयंसेवकों का अनुशासित प्रदर्शन
शहर की 32 बस्तियों से हजारों स्वयंसेवक सफेद शर्ट, खाकी पतलून और काली टोपी में एकरूपता और अनुशासन का अद्भुत प्रदर्शन करते हुए पथ संचलन में शामिल हुए। चार किलोमीटर लंबे मार्ग पर 100 से अधिक घोष, ध्वज और वाहिनियां एक साथ संगठित स्वरूप में चलते हुए जब आगे बढ़ीं, तो दृश्य देखते ही बनता था। घोष की ध्वनियां, भगवा ध्वज की लहराहट और स्वयंसेवकों की कदमताल ने वातावरण को ऊर्जावान बना दिया।
मार्ग पर हुआ भव्य स्वागत
पुलिस लाइन दशहरा मैदान से प्रारंभ होकर राधागंज, बीएनपी रोड, रामकृष्ण चौराहा, भोपाल चौराहा, नाहर दरवाजा, नयापुरा, जनता बैंक, सुभाष चौक, नावेल्टी चौराहा, तहसील चौराहा, नगर निगम कार्यालय, लाल गेट, स्टेशन रोड, गजरा गियर्स चौराहा और गायत्री मंदिर से होकर वापस दशहरा मैदान पहुंचे संचलन का जगह-जगह भव्य स्वागत हुआ। नागरिकों ने पुष्पवर्षा की, समाजिक संगठनों ने स्वयंसेवकों को माल्यार्पण किया और छतों से फूल बरसाए। पूरा मार्ग मानो भगवा रंग में रंग गया हो।
शस्त्र पूजन और प्रेरक उद्बोधन
कार्यक्रम की शुरुआत शस्त्र पूजन से हुई। मंच से वक्ताओं ने स्वयंसेवकों को संबोधित करते हुए विजयादशमी के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने संघ के शताब्दी वर्ष को राष्ट्र के लिए प्रेरणादायी बताते हुए अनुशासन, सेवा और संगठन की भावना को और प्रगाढ़ करने का आह्वान किया।
चाक-चौबंद सुरक्षा व्यवस्था
इतने बड़े आयोजन के लिए प्रशासन ने भी पुख्ता इंतज़ाम किए। शहर के प्रमुख स्थानों पर पुलिस बल तैनात रहा और यातायात व्यवस्था को सुचारु बनाने के लिए विशेष इंतज़ाम किए गए। यह विराट पथ संचलन केवल देवास नगर के लिए नहीं, बल्कि पूरे क्षेत्र के लिए एक ऐतिहासिक क्षण रहा। अनुशासन, संगठन और देशभक्ति का यह अद्भुत संगम लंबे समय तक शहरवासियों की स्मृति में अंकित रहेगा।