इंदौर, भोपाल की तरह देवास में भी बदल सकते है भाजपा के दो टिकट

– मोदी का विरोध करने वालो की टिकट को खतरा
देवास। पार्षदों के टिकट वितरण के बाद भाजपा में बवाल मचा हुआ है और शहर के कई वार्डों में बगावत के स्वर गूंजने लगे है। इसी बीच अधिकृत प्रत्याशियों द्वारा किए गए क्रियाकलापों के फोटो व वीडियो भी सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहे है, जो देवास से निकलकर भोपाल तक पहुंच चुके है और इसी का परिणाम है कि भाजपा आलाकमान ने आपराधिक प्रवृत्तियों के साथ ही उन लोगों की भी जानकारी भाजपा जिलाध्यक्ष से मांगी है, जिन्होंने एनआरसी व सीएए का विरोध करते हुए प्रधानमंत्री मोदी के पुतले जलाए थे। जानकारी मांगें जाने के बाद भाजपा जिलाध्यक्ष राजीव खंडेलवाल ने तीन प्रत्याशियों की संपूर्ण जानकारी मुख्यालय पर भेज दी है, जिसमें आपराधिक रिकार्ड भी शामिल है। अब आगामी कार्यवाही भोपाल से ही होना है। सोमवार की दोपहर में इस बात की चर्चा भी चल पड़ी थी कि दो पार्षद प्रत्याशियों के टिकट काटकर दूसरे को दिए जा सकते है। यह जानकारी सोशल मीडिया के माध्यम से प्रत्याशियों तक पहुंचते ही खलबली मच गई और वे संगठन के पदाधिकारियों के फोन घनघनाने लगे। उधर टिकट से वंचित दावेदारों के चेहरे खिलख्लिा उठे, उनकी उम्मीद जाग गई, क्योंकि टिकट से वंचित कई दावेदारों ने भोपाल में अपील समिति के समक्ष आवेदन प्रस्तुत किए है और उन्हें आश्वासन भी मिला था कि यदि गलत टिकट वितरण हुआ है तो फेरबदल किया जाएगा। इसी उम्मीद के साथ अभी कई दावेदार देवास जिला संगठन से लेकर भोपाल में भाजपा आलाकमान से संपर्क बनाए हुए है।
भाजपा जिलाध्यक्ष खंडेलवाल ने कहा है कि यदि अपील समिति या प्रदेश आलाकमान कोई निर्णय करेगा तो निश्चित रूप से उसे माना जाएगा और फेरबदल भी किया जाएगा। बताया जा रहा है कि शहर में वार्ड क्रमांक 7, 12, 23, 25, 26, 27, 34 में सबसे अधिक विरोध के स्वर मुखर हो रहे है, यहां पर कई दावेदारों को वंचित कर या तो बाहरी प्रत्याशी को उम्मीदवार बनाया है या फिर नेताओं के परिजनों को टिकट दिए गए है। यह बात जमीनी कार्यकर्ताओं को नागवार गुजर रही है और उन्होंने ईट से ईट बजाने का निर्णय ले लिया है। संभवत: यह पहला अवसर है, जब विधायक पवार समर्थकों ने खुलकर मैदान पकड़ लिया है और वे उन प्रत्याशियों के सामने भी बागी उम्मीदवार के रूप में खड़े हो गए है, जिन्हें विधायक पवार ने ही टिकट दिलवाए है। हालांकि अभी नाम वापसी का समय बाकी है और विधायक पवार गुट ने डैमेज कंट्रोल का काम शुरु कर दिया है। पवार के करीबियों की माने तो नाम वापसी के अंतिम दिन तक सभी बागियों को मना लिया जाएगा।

Post Author: Vijendra Upadhyay