योग न केवल शारीरिक बल्कि आध्यात्मिक विकास के लिए भी महत्वपूर्ण है- ब्रह्माकुमारी प्रेमलता दीदी
देवास। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय कालानी बाग सेंटर में 11वां विश्व अंतरराष्ट्रीय योग दिवस कार्यक्रम संस्था की जिला संचालिका ब्रह्माकुमारी प्रेमलता दीदी के सानिध्य में आयोजित किया गया। प्रेमलता दीदी ने बताया कि योग एक व्यायाम ही नहीं बल्कि एक जीवन शैली है। आज की भाग दौड़ भरी जिंदगी में ना तो हमारा तन स्वस्थ रह पाता है और ना ही मन। इसलिए हमें थोड़ा समय निकालकर प्रतिदिन योग अवश्य करना चाहिए। जिससे मन में सुकून मिलता है व तन सुदृढ होता है। स्वस्थ रहने के लिए व्यायाम कारगर है। योग शरीर मन और आत्मा को स्वस्थ एवं संतुलित रखने का माध्यम है। योग का अर्थ है जोड़ना। अर्थात शरीर और मन को एक साथ मिलाना। योग न केवल शारीरिक स्वास्थ्य के लिए आवश्यक है, बल्कि मानसिक और आध्यात्मिक विकास के लिए भी महत्वपूर्ण है। आधुनिक जीवन शैली में तनाव और अस्वस्थता बढ़ रही है। ऐसे में योग एक श्रेष्ठ साधन है। जो हमें स्वस्थ और तंदुरुस्त रखता है।योग को अपनी दिनचर्या में शामिल करना चाहिए। ताकि हम शारीरिक और मानसिक रूप से मजबूत बन सके। योग सिर्फ योग नहीं एक जीवन जीने की एक कला भी है। योग प्रशिक्षिका अर्चना शर्मा, विनीता सोलंकी, अनीता राजपूत, मंजू मामगेन, प्रमिला कानूनगो, किरण पटवा, रंजना तिवारी, सुशील देवरे, अपुलश्री दीदी, हेमलता वर्मा बहन, ज्योति बहन, पूर्णिमा बहन, बंसीलाल राठौर भाई, विवेक भाई, सफला बहन, बद्री भाई आदि भाई बहन ने योग व्यायाम कर अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस को साकार किया।


