आराध्य डिस्पोजेबल के श्रमिकों का इंदौर में विरोध प्रदर्शन
देवास। देवास ओद्यौगिक क्षेत्र स्थित आराध्य डिस्पाजेबल कंपनी के मजदूरों ने आज श्रम आयुक्त कार्यालय पहुच कर कंपनी द्वारा अवैध रूप से 40 महिलाओं को निकाले जाने की षिकायत करते हुए ज्ञापन सौंपा। कंपनी की श्रमिक रेखा ने बताया कि 4 साल पहले इन 40 महिलाओं को 95 रूपये प्रति क्विंटल की दर से मजदूरी पर रखा था लेकिन मैनेजमेंट द्वारा 20 रूपये प्रति किवंटल का ही भुगतान किया जा रहा था। जिससे नाराज श्रमिकों ने श्रम पदाधिकारी देवास के तहत शिकायती आवेदन पेश किया तो मैनेंजमेंट द्वार सभी 40 महिलाओं को नियुक्ति पत्र देने और सरकारी रेट पर हाजरी से काम करने के लिए बोला गया जिसके लिए 15 अक्टूबर अंतिम तिथि निर्धारित की गई। बाद में कंपनी के द्वारा श्रमिकों पर प्रति किवंटल की दर से काम करने का दवाब बनाये जाने लगा श्रमिकों द्वारा विरोध करने पर उन्हे 10 अक्टूबर से अवैध रूप से निकाल दिया गया।
श्रम पदाधिकारी को इसकी शिकायत करने पर उन्होने इसकी सुनवाई नहीं की। जिला प्रशासन को जब आवेदन दिया तब लेबर इंस्पेक्टर श्री राठौर कंपनी गेट पर मजदूरों के साथ पहुॅंचे लेकिन उनसे भी बात करने कोई नहीं आया इस पर वे पंचनामा बनाकर वापिस चले गये। 10 तारीख से आज ये श्रमिक प्रतिदिन कंपनी के गेट पर जाकर पंचनामा तैयार कर अलग-अलग अधिकारियों के चक्कर काट रहे। लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही। एक अन्य श्रमिक नेहा ने बताया कि आज श्रम आयुक्त कार्यालय इंदौर में जाकर सभी महिलाओ ने विरोध प्रदर्शन कर श्रम आयुक्त को ज्ञापन सौंपा। देवास शहर में कंपंिनयों में मजदूरों की दयनीय स्थिति बनी हुई है। यदि हमारी समस्याओं का जल्द निराकरण नहीं किया गया तो अन्य मजदूरों को साथ में लेकर आंदोलन करेगें।