अमलतास अस्पताल में अब सुपर स्पेशलिटी सर्विसेस के साथ रोबोटिक सर्जरी की भी शुरुआत

अब रोबोट करेंगे अमलतास अस्पताल में ज्वाइंट रिप्लेसमेंट सर्जरी, सॉफ्टवेयर और एआई से मिलेगी मदद

देवास/ शहर को आपातकालीन चिकित्सा सेवाओं और आधुनिक स्वास्थ्य सुविधाओं के क्षेत्र में बड़ी उपलब्धि मिली है। अमलतास सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में ट्रामा सेंटर और रोबोटिक मशीन का उद्घाटन म.प्र. के उपमुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा द्वारा किया गया। इस शुभारंभ अवसर पर देवास के जिलाधीश महोदय श्री ऋषव गुप्ता, पुलिस अधीक्षक श्री पुनीत गेहलोद  सीएमएचओ डॉ. सरोजिनी जेम्स बैक उपस्थित थे |अमलतास अस्पताल में अब सुपर स्पेशलिटी सर्विसेस के साथ मरीजों को रोबोटिक मशीन से जोड़ प्रत्यारोपण की नई तकनीक भी मिल गई है। मध्य प्रदेश में अमलतास अस्पताल में पहली फुल ऑटोमेटिक रोबोटिक मशीन CUVIS-150 से सर्जरी शुरू हो गई है। देवास के साथ आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों के मरीजों के लिए सबसे बड़ी स्वास्थ्य सुविधा और सौगात के बन गई है। रोबोटिक सर्जरी के लिए जहां मरीजों को इंदौर और मुंबई जैसे शहरों की ओर रुख करना पड़ता था वहीं अत्याधुनिक रोबोटिक सर्जरी अब मरीजों को अमलतास अस्पताल में मिल रही है।

गंभीर स्थितियों में जीवन बचाने में मददगार साबित होंगी

कार्यक्रम के दौरान उपमुख्यमंत्री ने कहा कि अमलतास अस्पताल ने कोरोना काल में जिस लगन और समर्पित भाव से हमेशा मरीजों को बेहतर सुविधाएं देने का प्रयास किया है। ट्रामा सेंटर और रोबोटिक मशीन की शुरुआत से चिकित्सा सेवाओं में तेजी और सटीकता आएगी।उन्होंने इस पहल को प्रदेश के स्वास्थ्य क्षेत्र में एक नई उपलब्धि बताया। ट्रामा सेंटर का उद्देश्य आपातकालीन दुर्घटनाओं के लिए तुरंत और त्वरित इलाज सुनिश्चित करना है। यह सेंटर 24 घंटे सक्रिय चिकित्सा विशेषज्ञों और प्रशिक्षित स्टाफ की टीम से भरपूर है, जो किसी भी समय मरीजों की सहायता के लिए तैयार रहते हैं। जहां उन्नत जीवन रक्षक उपकरण और आधुनिक तकनीकी सुविधाएं उपलब्ध हैं, जो गंभीर स्थितियों में जीवन बचाने में मददगार साबित होंगी।

रोबोटिक सर्जरी से मरीजों की तेजी से रिकवरी और न्यूनतम जोखिम

अस्पताल के संस्थापक महोदय श्री सुरेश सिंह भदौरिया द्वारा बताया गया कि अस्पताल में स्थापित रोबोटिक मशीन जोड़ प्रत्यारोपण और सर्जरी के क्षेत्र में अत्यधिक सटीकता प्रदान करती है। यह अत्याधुनिक तकनीक न केवल इलाज को दर्द रहित बनाती है, बल्कि कम समय में सफल उपचार की गारंटी भी देती है। रोबोटिक सर्जरी से मरीजों की तेजी से रिकवरी और न्यूनतम जोखिम होने से यह तकनीक चिकित्सा क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। अस्पताल के चेयरमैन श्री मयंकराज सिंह भदौरिया ने उपमुख्यमंत्री देवड़ा जी का पुष्पगुच्छ और माला पहनाकर स्वागत किया। इस अवसर पर उन्होंने बताया कि अमलतास अस्पताल हमेशा से ही आधुनिक तकनीकों के माध्यम से मरीजों की सेवा में तत्पर रहा है। यह नई सुविधाएं इस प्रतिबद्धता को और मजबूत बनाएंगी।

ज्वाइंट रिप्लेसमेंट रोबोटिक सर्जरी में जरा सी भी गलती की गुंजाइश नहीं होती

ज्वॉइंट रिप्लेसमेंट सर्जन डॅा.अंकित वर्मा ने बताया कि मध्य प्रदेश में पहली फुल ऑटोमेटिक रोबोटिक मशीन CUVIS-150 से रोबोटिक सर्जरी की शुरूआत हो गई है। ज्वाइंट रिप्लेसमेंट को मेडिकल दुनिया की सबसे मुश्किल सर्जरी में से एक माना जाता है जिसमें जरा सी भी गलती की गुंजाइश नहीं होती है। रोबोट का इस्तेमाल सटीक ऑपरेशन के लिए कारगर है. इसमें गलतियों की गुंजाइश नहीं बचती है।रोबोट ने ऑपरेशन को आसान कर दिया है, इस तकनीक ने ऑपरेशन करने के तरीके को बदला है, लेकिन इसका मतलब ये नही है कि रोबोट अकेले ऑपरेशन करने में कारगर है। चाहे रोबोट एक्टिव हो या सेमी एक्टिव हो लेकिन रोबोट खुद ऑपरेशन नहीं कर सकते ये केवल सर्जन के कमांड पर काम करते है। इसलिए ऐसा नहीं कहा जा सकता है । रोबोटिक ऑपरेशन थिएटर दिखने में सामान्य ओटी जैसा ही होता है, अगर बात  ज्वाइंट रिप्लेसमेंट रोबोट की बात करे तो यहां आपको 3 मशीन नजर आएंगी । मरीज की बीमारी का इतिहास और उनके सीटी स्कैन की इमेज को फीड करता है। इसके बाद जो दूसरी मशीन है उसमे मॉनिटर होता है,उसमे एक बार में सैंकड़ों तस्वीर बन जाती है। यह घुटने को बदलते वक्त तस्वीरे लेने का काम करता है।तीसरी मशीन वो होती है जिस पर टेक्नीशियन होते है साथ में सर्जन होते है इस मशीन से ही ऑपरेशन किया जाता है।

Post Author: Vijendra Upadhyay