पूछता है देवास – देवास जिले के पहले कोरोना मरीज का क्षेत्र ग्रीन ज़ोन में पर देवास शहर अभी तक रेड ज़ोन में क्यो?

देवास टाइम्स। देवास में पहला कोरोना मरीज देवास जिले के हाटपिपल्या क्षेत्र से आया था। इस मरीज के इलाज के दौरान देवास शहर में भी कोरोना ने प्रवेश कर लिया था। बाद में कोरोना के इस पहले मरीज के परिवार के ही 6 लोगो को कोरोना हुआ। वही खुद उस मरीज के साथ अन्य 2 परिवार के सदस्यों की मौत भी हो गईं।
लेकिन बाद में हाटपिपल्या प्रशासन ने तेजी से कार्य किया। घर- घर जाकर थर्मल स्किनिंग की गई साथ ही दो बार पूरे क्षेत्र में सर्वे भी हुआ। उस समय प्रशासन ने वहां सख्ती की ओर वहाँ के लोगो ने भी उसका पालन किया। आज वह क्षेत्र कोरोना मुक्त होकर ग्रीन ज़ोन में आ गया।
वही दूसरी ओर आज देवास शहर में कोरोना मरीज अलग – अलग क्षेत्र से आ रहे है। यहां वार्ड के हिसाब से न सर्वे पूरा हुआ है न अभी तक थर्मल स्किनिंग हुई। नतीजा देवास में आज तक कुल मरीज 69 हो गए है। जिसमे से 37 ठीक हुए व 8 लोगो की मौत हो गयी। आज देवास में एक्टिव मरीज 24 है।
सवाल यह उठता है कि हाटपिपल्या में ऐसा क्या किया गया जो वह कोरोना मुक्त होकर ग्रीन ज़ोन में आ गया वही देवास आज भी रेड ज़ोन में है?
हा यह एक बात अलग है कि देवास शहर बड़ा है लेकिन देवास हाटपिपल्या की कुछ कार्य प्रणाली पर अमल कर कोरोना से जल्द मुक्त होकर ग्रीन ज़ोन में आ सकता है।

Post Author: Vijendra Upadhyay

Leave a Reply