ई-संजीवनी सेवा का लाभ पाकर खुश हो रहे हैं जिलेवासी

ई-संजीवनी ओपीडी से देवास जिले में 41 मरीजों ने प्रारंभिक स्थिति में उपचार का लाभ लिया
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             देवास, 28 जून 2020/ कोविड 19 के कारण चल रहे लॉकडाउन से बहुत से लोग सामान्य स्वास्थ्य सेवाओं से वंचित रह रहे है तथा कुछ अस्पतालों में कोविड-19 अस्पताल घोषित होने के कारण वहां की अन्य सेवाएं प्रभावित हुई हैं। इन स्वास्थ्य सेवाओं की कमी को पूरा करने के लिए शासन द्वारा टेली मेडिसिन सेवाओं को लागू किया गया जिससे ताकि लोगों को घर पर ही आवश्यक चिकित्सा/स्वास्थ्य सेवाओं का समय पर लाभ मिल सके।
              मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ आर.के. सक्सेना एवं सिविल सर्जन डॉ. अतुल बिडवई ने बताया कि वर्तमान में ई-संजीवनी ओपीडी सेवाएं संपूर्ण देश में लागू की जा चुकी है। कलेक्टर श्री चंद्रमौली शुक्ला के निर्देशन में जिला चिकित्सालय देवास में भी ई-संजीवनी ओपीडी संचालन किया जा रहा है। जिला चिकित्सालय देवास मे पदस्थ डॉ.एच.एस.राणा हड्डी रोग विशेषज्ञ, टेलीमेडिसिन, ई-संजीवनी नोडल अधिकारी नियुक्त किये गये है। डॉ.एच.एस राणा सहित, डॉ.शशांक तिवारी, डॉ.सपना राजा द्वारा निरंतर सेवाये दी जा रही है। घर बैठे इलाज कि सुविधा इस योजना के अंतर्गत निःशुल्क शासन द्वारा प्रदाय कि जा रही है।
                 डॉ. एचएस राणा नोडल अधिकारी ई-संजीवनी ने बताया कि राज्य शासन द्वारा दिनांकवार ई-संजीवनी ओ.पी.डी. के लिए जिलेवार रोस्टर प्रदान किया गया है जिसमें प्रारंभिक तौर पर ओ.पी.डी. अटेंड करने हेतु 05-05 जिलों को रखा गया है। देवास जिले के चिकित्सा विशेषज्ञ द्वारा रोस्टर अनुसार प्रातः 9 से दोपहर 01 बजे तक सेवायें दी जा रही है प्रारंभ से दिनांक 26/06/20  तक डॉ एच.एस.राणा  द्वारा -06, डॉ सपना राजा द्वारा-09 तथा डॉ शशांक तिवारी द्वारा -26 मरीजों को उपचार का लाभ दिया। इस प्रकार देवास जिले के चिकित्सकों से कुल 41 मरीजों ने ऑनलाइन ई-संजीवनी के माध्यम से उपचार का लाभ लिया।अब तक सम्पूर्ण प्रदेश में 369 मरीजों ने तथा  सम्पूर्ण भारत मे 14 हजार 592  मरीजों ने ऑनलाइन ई-संजीवनी के माध्यम से उपचार का लाभ लिया। ई-संजीवनी ओ.पी.डी. के माध्यम से सेवायें निरंतर दी जा रही है, जो प्रतिदिन उपलब्ध रहेगी इसमें मरीज घर बैठे स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ ले सकेंगे।
                   डॉ. एचएस राणा नोडल अधिकारी ई-संजीवनी के बारे में विस्तार से बताया कि यह स्वास्थ्य सेवाएं ऑनलाईन सेवाएं होंगी और इसके लिये मरीज को टेबलेट, लेपटॉप/एन्ड्राइट मोबाईल या डेस्कटॉप जिसमें वेब कैमरा, स्पीकर, माईक एवं इंटरनेट की आवश्यकता होगी, ताकि वह चिकित्सक से सीधा ऑडियो-विजुअल संवाद स्थापित कर सके। ई-संजीवनी का ओपीडी समय प्रात: 9 बजे से दोपहर एक बजे तक रखा गया है। उक्त उपकरणों की सहायता से मरीज को सर्वप्रथम  www.esanjeevaniopd.in पर ‘पेशेंट रजिस्टर’ पर अपने मोबाईल नंबर की सहायता से पंजीकृत कर ओटीपी प्राप्त करना होगा। ओटीपी इण्टर करने के पश्चात ‘पेशेंट रजिस्टेशन एवं टोकन जनरेशन’ में नाम, पता, आयु संबंधी जानकारी दर्ज करना होगी। यदि कोई रिपोर्ट एक्स-रे आदि डाक्टर को बताना चाहते हैं तो उसे भी अपलोड करना होगा। यहॉ ‘ओके’ करने के बाद आपको पंजीकृत मोबाईल नंबर पर टोकन प्राप्त होगा, जो कि मरीज की वेटिंग लिस्ट को दर्शाता है। एस एम एस के आधार पर प्राप्त टोकन नंबर के माध्यम से ‘लाग-इन’ कर कतार में अपनी बारी का इंतजार करेगें।
       सिविल सर्जन डॉ.अतुल बिडवई ने बताया कि ई-संजीवनी ओपीडी सेवा अंतर्गत संबंधित व्यक्ति को पोर्टल www.esanjeevaniopd.in पर जानकारी दर्ज करानी होगी तथा जानकारी दर्ज होने के उपरांत वीडियो कॉल से संबंधित डॉक्टर उनसे चर्चानुसार परामर्श कर उपचार हेतु उन्हें आवश्यक दवाएं एवं जाँच की सलाह देंगे तथा डिजिटल हस्ताक्षर युक्तपर्ची संबंधित व्यक्तित को प्राप्त होगी जिसका प्रिंट आउट लेकर दवा आदि की खरीदी की जा सकती है।  कार्यक्रम की निगरानी सी.एम.एच.ओ. डॉ. आर.के.सक्सेना डॉ. अतुलकुमार बिडवई और आर.एम.ओ. डॉ.एम.एस.गोसर द्वारा की जाकर शासन से प्राप्त दिशा-निर्देश के अनुसार ई-संजीवनी का संचालन जिला चिकित्सालय मे किया जा रहा है। जिला प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग ने आम नागरिकों से अपील की है कि अधिक से अधिक इस योजना का लाभ लेवें।

Post Author: Vijendra Upadhyay