देवास। महारानी पुष्पमाला राजे पवार शासकीय कन्या महाविद्यालय देवास में 21 सितम्बर को एक दिवस उद्यमिता शिविर का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ माँ सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण महाविद्यालय की प्रभारी प्राचार्य डॉ.वंदना मिश्रा एवं मंचासीन मुख्य अतिथि डॉ.एस.एल.वरे अग्रणी महाविद्यालय देवास, विशिष्ट अतिथि मंगल रेकवाल जिला व्यापार उद्योग केंद्र, विशिष्ट अतिथि दिनेश श्रीवास खादी ग्राम उद्योग, चेतन सोलंकी प्रभारी बैंक ऑफ इंडिया ट्रेनिंग सेंटर द्वारा किया गया। स्वामी विवेकानंद प्रकोष्ठ प्रभारी डॉ.जी.डी.सोनी ने कार्यक्रम की रुपरेखा बताते हुए कहा कि इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी का युग है, मेहंदी, चित्रकला, आदि मंच से स्किल को प्रसारित कर सकते हैं, उक्त आर्ट आमजन तक पहुंचने से बेरोजगारी की समस्या दूर हो सकती है। डॉ.एस.एल.वरे ने कहा कि यह होनहार छात्रों का कार्यक्रम है होनहार बिरवान के होते चिकने पात, टोक्यो ओलंपिक में छात्राएं मेडल अधिक लाई है, बस उम्मीद हौसला होना चाहिए। ऑफलाइन क्लासेस लेने से छात्राएं एवं प्रोफेसर दोनों का एक साथ दोनों का नुकसान हो रहा ह। मध्य प्रदेश के बच्चे कॉम्पिटेटिव एक्जाम में अव्वल नहीं आ रहे हैं। हुनर परखना ही इस कार्यक्रम का उद्देश्य है। विवेकानंद जी को रोल मॉडल बनाकर अध्ययन करें प्रोफेसर कैसे बने यह बताया।
विशिष्ट अतिथि श्री रेकवाल ने कहा कि एम एस एम ई एवं कृषि व्यवसाय बिजनेस सेक्टर एमएसएमई में अपार संभावनाएं हैं। बड़े उद्यमी बन सकते हैं ऑनलाईन प्रशिक्षण केन्द्र है। बिजनेस कहा करे कैसे करें, जगह का चुनाव कैसे करें, रॉ मटेरियल कहां से मिलेगा इस बात कि जानकारी दी, यह भी बताया कि यहां 800 एमएसएमई इंजीनियरिंग इंस्टिट्यूट है। स्किल का चुनाव करना, मशीन कैसे चलाएं, आईटीआई, स्किल लेबर का चुनाव केसे किया जाए। मार्केटिंग फंड कहां से कैसे उपलब्ध होगा तथा एमएसएमई से 40 प्रतिशत सब्सिडी मिलेगी।
विशिष्ट अतिथि श्री श्रीवास ने छात्राओं से आग्रह किया कि खादी ग्राम उद्योगो को बढ़ावा दे । वर्ष में एक बार खादी का वस्त्र अवश्य खरीदे। प्रोडक्शन मार्केटिंग उद्योग कैसे स्थापित किया जा सकता है। यह भी बताया कि प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना में प्रशिक्षण मिलता है जो कि निशुल्क है। लोन लेकर स्वरोजगार स्थापित कर सकते है। प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम ग्रामीण और शहर दोनों क्षेत्रों में शुरू है 25लाख से आरम्भ 8.45 लाख रुपए सब्सिडी मिलती है।
विशिष्ट अतिथि श्री सोलंकी ने इस अवसर पर कहा कि बैंक ऑफ इंडिया के माध्यम से स्वरोजगार के स्वर्णिम अवसर है। सरकारी एवं प्राइवेट नौकरीयों के अवसर कम है इसलिए स्वरोजगार स्थापित करें। व्यवसाय करने के लिए हुनर का होना जरूरी है जो कि ट्रेनिंग सेंटर सीखा जा सकता है । उक्त शिविर में 12 छात्राओं ने स्टॉलों लगाए जिनमें पूजा सिसोदिया, साक्षी प्रजापति अभिश्री परमार, मुस्कान ठाकुर, दीपिका पटेल, सदफ शैख़, मोना मनोरिया, रोशनी मोरसे, सानिया अब्बासी, रानू परमार, दीपा परमार, पल्लवी दुबे, शीतल दुबे, श्रद्दा सोलंकी कार्यक्रम का संचालन डॉ.शर्मिला काटे ने किया एवं आभार डॉ.अनीता भाना ने माना।