- गायत्री संस्थानो पर बसंत पर्व पूरे उत्साह एवं उल्लास के साथ सम्पन्न
- दीक्षा संस्कार के साथ कई संस्कार नि:शुल्क सम्पन्न हुए
- शक्तिपीठ पर उत्कृष्ट सहयोग देने वाले परिजनों का सम्मान किया गया
देवास। अखिल विश्व गायत्री परिवार शांतिकुंज हरिद्वार की शाखा गायत्री शक्तिपीठ देवास पर परम पूज्य गुरुदेव पं. श्रीराम शर्मा आचार्य जी के आध्यात्मिक जन्मदिवस, माँ सरस्वती का प्रकाट्य दिवस एवं बसंत महापर्व पूर्ण उत्साह एवं उमंग के साथ मनाया गया जिसमें पंचकुंडीय गायत्री महायज्ञ के साथ दीक्षा, जन्मदिवस, विद्यारंभ, मुंडन सहित अनेक संस्कार नि:शुल्क संपन्न हुए । शक्तिपीठ पर उत्कृष्ट सहयोग देने वाले परिजनों का सम्मान किया गया।
गायत्री शक्तिपीठ के मीडिया प्रभारी विक्रमसिंह चौधरी ने बताया कि परम पूज्य गुरुदेव पं. श्रीराम शर्मा आचार्य जी के आध्यात्मिक जन्मदिवस, माँ सरस्वती का प्रकाट्य दिवस एवं बसंत पर्व के पावन पर्व पर दो दिवसीय आयोजन में 04 फरवरी को प्रात: 06 बजे से सन्ध्या 06 बजे तक परिजनों ने सामूहिक मौन साधना की। 05 फरवरी बसंत पर्व पर सुबह 09 बजे श्रीवेदमाता गायत्री, परम पूज्य गुरुदेव पं. श्रीराम शर्मा आचार्यजी, वन्दनीया माता भगवतीदेवी शर्मा एवं माँ सरस्वती का आह्वान कर पंचकुंडीय गायत्री महायज्ञ प्रारम्भ हुआ जिसमें श्रद्धालुओं ने विश्व कल्याण, कोरोना महामारी समाप्त होने एवं पर्यावरण संवर्धन के लिए गायत्री महामंत्र एवं महामृत्युंजय मंत्र से आहुतियाँ समर्पित की। पूर्णाहुति पर कई श्रद्धालुओं ने एक बुराई छोड़ कर एक अच्छाई ग्रहण की। गायत्री शक्तिपीठ पर परम पूज्य गुरुदेव एवं वन्दनीया माताजी की स्मृति प्रखर प्रज्ञा – सजल श्रद्धा सबके आकर्षण का केंद्र रही जिसे बेहद आकर्षक रूप में सजाई गई थी जो सबकी आस्था का केंद्र बनी । इस अवसर पर दीक्षा, यज्ञोपवीत, विद्यारम्भ सहित विभिन्न संस्कार हुए।
कर्मकाण्ड का संचालन करते हुए शक्तिपीठ के परिव्राजक चन्द्रिका शर्मा ने कहा कि हर शिष्य को गुरु के जन्मदिवस पर अच्छे संकल्प और अच्छी विचार धारा समर्पित करने की आवश्यकता है। गुरु के विचारों को जन-जन तक फैलाना ही शिष्य की सच्ची गुरु दक्षिणा होगी। आयोजन में ग्रामीण क्षेत्रों से भी गायत्री परिजन बड़ी उत्साह एवं उमंग के साथ आयोजन में शामिल हुए एवं अच्छे कार्य के लिए संकल्पित हुए द्य शक्तिपीठ पर उत्कृष्ट सहयोग देने वाले परिजन मांगीलाल परमार, गणेशचन्द्र व्यास, अरुण कुमार शैव्य एवं मनोहरलाल वर्मा का पुष्पमाला पहनाकर सम्मान किया गया।
आयोजन में गायत्री परिवार के सन्तोष शर्मा, महेश पण्ड्या, जी. डी. देशमुख, प्रकाशसिंह चौहान, सरिता पाटीदार, सुनील दुबे, चारुप्रभा बाबर, अमित जयसवाल, ममता यादव, भारतसिंह बनाफर, सुभाष जैन, विजय जाधव, शकुंतला शर्मा, नन्दकिशोर पांचाल, लता खण्डेलवाल, सुरेश चौहान सहित सैकड़ों परिजनों की उपस्थिति रही द्य आयोजन के अंत में महाप्रसाद का सभी श्रद्धालुओं ने लाभ लिया । कार्यक्रम का संगीतमय संचालन शक्तिपीठ के परिव्राजक रामनिवास कुशवाह एवं बच्चों ने किया ।
इसी प्रकार गायत्री प्रज्ञापीठ विजय नगर देवास पर परम पूज्य गुरुदेव का आध्यात्मिक जन्म दिवस एवं बसन्त पंचमी पर्व पर दो कुण्डीय गायत्री महायज्ञ के साथ मनाया गया। इसके एक दिन पूर्व शाम 04.30 से 06.30 बजे तक सबके उज्ज्वल भविष्य की कामना के साथ दो घंटे का मौन जाप किया गया । कार्यक्रम प्रज्ञापीठ के आचार्य गण महेश आचार्य एवं ज्ञानदेव बोडखे द्वारा सम्पन्न कराया गया जिसमें विभिन्न संस्कार नि:शुल्क हुए । इस अवसर पर प्रज्ञापीठ की संरक्षिका दुर्गा दीदी द्वारा उपस्थित सभी परिजनो को संबोधित करते हुए परम पूज्य गुरुदेव के आध्यात्मिक जन्मदिवस एवं वसंत पर्व के संबंध में विस्तार से बताया गया । इस अवसर पर ओमप्रकाश श्रीवास्तव, विक्रमसिंह चौहान, दिनेश बर्डे, सुभाष धोटे, नीति श्रीवास्तव, मनीष महाजन, सुशीला परमार, प्रदीप दुबे, सुशीला परमार, वंदना पाटीदार, कान्ति चौहान, स्नेहलता पोरवाल, राधा राठौर आदि उपस्थित थे। अंत में आभार मुख्य ट्रस्टी राजेन्द्र पोरवाल द्वारा माना गया।
