देवास 27 मार्च 2020/ कलेक्टर डॉ. श्रीकान्त पाण्डेय ने शासकीय चिकित्सकों को मार्मिक पत्र लिखते हुए उनको धन्यवाद ज्ञापित किया है। अपने पत्र में कलेक्टर डॉ. श्रीकान्त पाण्डेय ने लिखा है कि अपने बचपन से ही हम सुनते आए हैं कि डॉक्टर ईश्वर का दूसरा रुप होते हैं, क्योंकि वे हमें जीवन देते हैं और कई बार हमें जीवन में वापस भी लाते हैं ।आज जबकि पूरा प्रदेश, पूरा देश और पूरी दुनिया नोबेल कोरोना वायरस के आतंक का डटकर मुकाबला कर रही है, बचपन में सुनी गई ये बातें एक संपूर्ण सब के रूप में हम सब अपने ह्रदय की गहराई से स्वीकारते हैं।
इस महामारी से जूझने, लड़ने और अडिग रहने की ताकत अगर आज हमारे पास है तो केवल और केवल इसी एक भरोसे के कारण है कि आप काबिल, सेवाभावी, समर्पित और किसी भी महामारी को परास्त करने में समर्थ व सक्षम है। हमें पता है कि बीमारियों के खिलाफ लड़े गए पिछले हर युद्ध में आप विजेता रहे हैं और आगे भी रहेंगे, क्योंकि हारना ना आपके स्वभाव में है, और न ही आपको सिखाएगा।
कलेक्टर डॉ. पाण्डेय ने अपने पत्र में लिखा है कि ऐसे संकट की घड़ी में हम सब एक हो जाते हैं। यही हमारी विशिष्टता है, यही हमारी संस्कृति है और यही हमारी शक्ति है। निजी डॉक्टर जब हमारे पास स्वैच्छिक सेवाएं देने के प्रस्ताव लेकर आते हैं तो वे पल हमारे लिए अत्यंत भावुक है लेकिन आप सब पर गर्व करने के होते हैं। आप समाज का महत्वपूर्ण और विशिष्ट हिस्सा है। यह गहरे नागरिक संतोष का विषय है कि आप सभी इस भयंकर बीमारी को पराजित करने में जी-जान से जुटे हैं। मानवीयता के इस सर्वोत्कृष्ट उदाहरण को भावी इतिहास कभी विस्मृत नहीं कर पाएगा। हम आपके संकल्प, साहस और समर्पण को सलाम करते हैं। हमें पूरा विश्वास है कि आप की अगुवाई में कोरोना के विरुद्ध जारी इस जंग में हमें जीत हासिल होकर ही रहेगी।