मोक्ष के समग्र कारणों में भक्ति सर्वश्रेष्ठ है – आचार्य विश्वदेवानन्द अवधूत


देवास। कोविड-19 के कारण उत्पन्न महामारी की स्थिति को ध्यान में रखते हुए ऑनलाइन दो दिवसीय धर्म महासम्मेलन का आयोजन आनंद मार्ग प्रचारक संघ के तत्वाधान में 11-12 सितम्बर को आयोजित किया गया। देवास एवं इसके आसपास के जिलों इंदौर, उज्जैन, सीहोर, भोपाल के आनंदमार्गीयो ने घर बैठे ही इस धर्म महासम्मेलन का लाभ उठाया। सम्भागीय सचिव आचार्य शांतव्रतानंद अवधूत एवं भुक्तिप्रधान दीपसिंह तंवर ने बताया कि आयोजन मनिला सेक्टर फिलीपींस महरलिका के सेक्टोरियल सचिव आचार्य सिद्धेश्वरानंद अवधूत की देखरेख मे किया गया। सम्मेलन में फिलीपींस, मलेशिया, इंडोनेशिया, सिंगापुर, बू्रनेई कंबोडिया एवं थाईलैंड के हजारों साधकों ने वेबीनार, जूम एवं अन्य सोशल मीडिया के माध्यम से भाग लेकर अध्यात्मिक प्रवचन का लाभ उठाया। आनंद मार्ग प्रचारक संघ के पुरोधा प्रमुख श्रद्धेय आचार्य विश्वदेवानन्द अवधूत ने साधकों को ऑनलाइन संबोधित करते हुए कहा कि मोक्ष के समग्र कारणों में भक्ति सर्वश्रेष्ठ है। तामसिक, राजसिक, सात्विक रागानुगा, रागात्मिका केवला भक्ति पर विस्तृत प्रकाश डालते हुए आचार्य ने कहा कि केवला भक्ति ही सर्वश्रेष्ठ है। केवला भक्ति को पाने के लिए नैतिक नियमों का कठोरता से पालन करते हुए पूर्ण आकुति के साथ आध्यात्मिक साधना का अभ्यास करना होगा। केंद्रीय कार्यकारिणी के सदस्यों एवं महासचिव आचार्य चितस्वरूपानंद अवधूत साधकों को कोविड-19 का गाइडलाइन का पालन करते हुए पीडि़त मानवता की सेवा करने के लिए प्रेरित किया।उक्त जानकारी हेमेन्द्र निगम ने दी।

Post Author: Vijendra Upadhyay