किसान बाजार में न किसान बचे,न सब्जी और ना ही बाजार

मोहन वर्मा – देवास टाईम्स . कॉम

किसान बाजार में न किसान बचे,न सब्जी और ना ही बाजार
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शासन की मंशा अनुसार जिला मुख्यालयों पर उपभोक्ताओं को राहत देने और सब्जी उत्पादक किसानों को सीधे सीधे ग्राहकों से जोड़ने के लिए शहर में 1 सितम्बर से शुरू किसान बाजार ने अगले तीन चार दिनों ने ही दम तोड़ दिया ।
01 सितम्बर को मंत्री दीपक जोशी, विधायक गायत्री राजे, जिलाधीश आशीष सिंह के साथ प्रशासन के अन्य अधिकारियों ने बड़े जोशोखरोश के साथ किसान बाजार का शुभारंभ किया था मगर शासन की दूसरी कई योजनाओं की तरह इस किसान बाजार ने अगले तीन दिनों में ही दम तोड़ दिया ।
कतिथ किसान बाजार में न किसान है,न सब्जी और न बाजार। वहां बैठे एकमात्र दुकानदार के अनुसार वे मंडी से सब्जी लाकर वहां दुकान लगाते है। क्षेत्र के ग्राहकों को इस बाजार से बड़ी उम्मीदें थीं और यदि यहां दुकानें लगती रहे तो अच्छा व्यवसाय हो सकता है ।
किसान बाजार के लिए चुने गए सारे ओटले आज खाली पड़े है और श्वानों की आरामगाह बने हुए नज़र आते है ।
जो भी हो किसानों को यहां आना रास नहीं आया और किसान बाजार की योजना अगले तीन दिन में ही टाँय टाँय फिस्स हो गई ।

Post Author: Vijendra Upadhyay

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