- तत्कालीन रहे कलेक्टर आशुतोष अवस्थी ने दिलचस्पी से किये थे कार्य
देवास/ माता टेकरी के कारण पुरे देश में देवास की अलग पहचान है, क्योकि यह हमे अध्यात्म के साथ हमारी संस्कृति से भी जोड़ती है। लेकिन पहचान को बनाये रखने के लिए समय -समय पर सौंदर्यीकरण और मेंटेनेंस जरूरी है। देवास माता टेकरी पर तत्कालीन रहे कलेक्टर आशुतोष अवस्थी ने खुद खड़े होकर पाथवे पर चारो और दीवाल बना कर सौंदर्यीकरण व अन्य विकास कार्य करवाए थे। लेकिन उसके बाद से यहां मेन्टेन्स शून्य हो गया। बाद में आये अधिकारियो ने उसमे दिलचस्पी कम दिखाई। साथ ही वहा डुयटी पर रहने वालो कर्मचारियों की मक्कारी ने यहां आने वाले असामाजिक तत्वों पर कोई पाबंदी नहीं लगाई और उन्होंने यहां तोड़ फोड़ के आलावा कुछ न किया। यह असामाजिक तत्वों को सिर्फ अपने नशे से और आयशी से मतलब होता है, जिसके लिए उन्होने पुरे पाथवे पर लगी मूर्तियों, कुर्सियों, पेड़ पौधो को क्षतिग्रस्त कर दिया। यही नहीं मंदिर परिसर में कितने ही कार्य अधूरे पड़े है जो पुरे नहीं हो पा रहे है। नवरात्रि पर्व से हनुमान मंदिर की सीढ़िया भी टूटी हुई है। साथ ही नई बनी रेलिंग पर कलर का कार्य भी अधूरा पड़ा है।

इसी विषय को लेकर 25 दिसम्बर 2021 को माँ चामुंडा प्रबंधन समिति के प्रभारी देवास एसडीएम प्रदीप सोनी को मीडिया ने पूरी परिक्रमा पर यह अव्यवस्थाओ से अवगत करवाया था। लेकिन आज तक इस समस्या का कोई निराकरण न हुआ। यदि मेंटेनेंस का कार्य सरकारी तंत्र द्वारा नहीं हो पा रहा तो इसे निजीकरण द्वारा किसी एजेंसी को सोप देना चाहिए। जिसे लेकर सोशल मीडिया पर भी आवाज उठ रही है।

